छत्तीसगढ़ में आरक्षण के मामले को लेकर के राज्य की राजनीति लंबे समय से गर्म है। दिसंबर में विधानसभा का विशेष सत्र केवल आरक्षण के मामले को लेकर बुलाया गया था। उसके बावजूद अब तक आरक्षण को लेकर के छत्तीसगढ़ में कोई बड़ा निर्णय नहीं लिया गया है। जिसको लेकर के अब राज्य सरकार और राज्यपाल के बीच संग्राम लगातार सामने आ रही है।
दरअसल कल प्रदेश की राज्यपाल अनुसुइया उईके ने आरक्षण मामले को लेकर कह दिया था कि मार्च तक का इंतजार करिए। ऐसे में इस बयान के बाद मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने राज्यपाल को निशाने पर लेते हुए कहा कि राज्यपाल किस मुहूर्त इंतजार कर रही हैं? उन्होंने आरोप लगाया कि छत्तीसगढ़ में भारतीय जनता पार्टी के शह पर राज्य के युवाओं के साथ अन्याय हो रहा है और उसमें राज्यपाल की भागीदारी है।
ऐसे में आरक्षण मामले को लेकर के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि मार्च में भला ऐसा कौन सा मुहूर्त आ आएगा? जिसका इंतजार राज्यपाल कर रही हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि राज्यपाल अपने संवैधानिक पद का दुरुपयोग कर रही हैं।
गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ में आरक्षण मामले को लेकर के राजनीति तेज है। उसके बावजूद अब तक इसको लेकर कोई ठोस निर्णय नहीं लिया गया है।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आरोप लगाया कि भारतीय जनता पार्टी की सरकार ने हजारों करोड़ रुपया आम जनता का डुबो दिया है। उन्होंने कहा कि डबल इंजन सरकार के शासनकाल में पेट्रोल डीजल रसोई गैस जैसे चीजों के दाम बढ़ गए हैं। उन्होंने धर्मांतरण को लेकर कहा कि भारतीय जनता पार्टी हिंसात्मक हो गई है।