आखिरकार सुदर्शन न्यूज़ ने ऑपरेशन इतिहास के तहत कभी जिस महामहिम की शुरुआत की थी वह अपने पूर्ण सफलता की तरफ बढ़ने लगी है। सुदर्शन न्यूज़ ने सत्य को सामने रखते हुए यह बताया था कि भारत में कट्टरपंथी चोला पहन चुके कई मुस्लिमों के पूर्वज हिंदू हैं जिन्हें जबरन तलवार की नोक पर इस्लाम कबूल कराया गया था । इस बात का तथाकथित सेकुलर वर्ग वह वामपंथी समाज में आरंभ में विरोध किया लेकिन आखिरकार उस समाज में सुदर्शन न्यूज़ के तथ्यों और तर्कों को सही माना और अपने पुरखों का इतिहास याद करते हुए सत्य सनातन में वापसी कर ली..
यह घटना हरियाणा के हिसार की है जहां 40 मुस्लिम परिवारों ने अपने पूर्वजों की परिपाटी को याद करते हुए सत्य सनातन की परंपरा की शरण ले ली है और कहा है कि उनका असल मूल धर्म हिंंदू ही था.. हरियाणा के हिसार में 40 मुस्लिम परिवारों के करीब 250 लोगों ने शुक्रवार को हिंदू धर्म अपना लिया। इससे पहले 18 अप्रैल को जींद के दनोड़ा गांव में भी 6 मुस्लिम परिवारों के 35 लोगों ने हिंदू धर्म अपनाया था। हिंदू धर्म अपना चुके सतबीर ने दावा किया कि वे डूम जाति के हैं और उन्होंने सुना है कि उनके पूर्वजों ने मुगल बादशाह औरंगजेब के दबाव में मुस्लिम धर्म अपनाया था।
बिठमड़ा गांव के 30 परिवार मुस्लिम डूम बिरादरी के हैं। अब तक इस परिवार में मृतकों को कब्रिस्तान में दफनाया जाता था, लेकिन फूली देवी की मृत्यु के बाद मौजूदा हालात को देखते हुए परिवार ने अंतिम संस्कार पर सहमति बनाई। गांव के लोगों ने भी डूम परिवार द्वारा मृतक की अंतिम संस्कार की पद्धति में परिवर्तन करने का स्वागत किया है। मृतका के पुत्र प्रकाश ने कहा, 'गांव में 30 परिवार डूम बिरादरी के हैं। हमारे बुजुर्ग पुराने समय से मृतकों का दफनाने की प्रक्रिया से अंतिम संस्कार करते आ रहे हैं। यह सही है कि औरंगजेब काल में हमारे पूर्वजों नेहिन्दू से मुस्लिम धर्म अपनाया था