गौतमबुद्ध नगर-जेवर एयरपोर्ट को विकसित करने के लिए केंद्र से सिक्योरिटी क्लीयरेंस मिली। स्विस कंपनी ज्यूरिख एयरपोर्ट इंटरनेशनल एजी को जेवर एयरपोर्ट विकसित करने के लिए केंद्र से सुरक्षा मंजूरी (सिक्योरिटी क्लीयरेंस) मिल गई है। इसकी पुष्टि प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री व नागरिक उड्डयन एसपी गोयल ने की। उन्होंने मंगलवार देर रात ट्वीट किया कि मुझे यह बताते हुए हर्ष हो रहा है कि ज्यूरिख एयरपोर्ट इंटरनेशनल एजी को जेवर में नोएडा इंटरनेशनल ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट के विकास के लिए सुरक्षा मंजूरी मिल गई है।
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— SP Goyal (@spgoyal) April 13, 2020
दरअसल, कंपनी ने काम शुरू करने की प्रक्रिया के तहत केंद्रीय गृह मंत्रालय को सुरक्षा मंजूरी के लिए आवेदन किया था। बता दें कि जेवर एयरपोर्ट बनाने का कार्य स्विस कंपनी ज्यूरिख एयरपोर्ट इंटरनेशनल एजी को मिला है।
इससे पहले अप्रैल में जेवर एयरपोर्ट की बिड की वैधता की समय सीमा बढ़ा दिया गया था। नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट कंपनी लिमिटेड नियाल बोर्ड ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए बैठककर इसकी सीमा बढ़ाने पर मुहर लगाई थी। सिक्योरिटी क्लीयरेंस के कारण मामला लटका हुआ था। सुरक्षा मंजूरी न मिलने के कारण एयरपोर्ट पर काम शुरू होने का मामला लटका था। इसके लिए कंपनी ने केंद्र सरकार से इसे मंजूरी देने की अपील की थी। इससे पहले यूपी सरकार ने राज्य का बजट पेश करने के दौरान एयरपोर्ट निर्माण की गति को बढ़ाने के लिए दो हजार करोड़ रुपये आवंटित किए थे। देश के सबसे बड़ा एयरपोर्ट बनने जा रहे जेवर एयरपोर्ट के लिए सरकार पहले ही चार से छह रनवे बढ़ाने की मंजूरी दे दी थी। पहले चरण में 1334 हेक्टेयर जमीन का अधिग्रहण किया गया था। उम्मीद है जेवर एयरपोर्ट बनने के बाद एनसीआर के लोगों को बहुत बड़ी राहत मिलेगी।