अनामिका शुक्ला द्वारा जब प्रदेश के कई जिलों मे कस्तूरबा गांधी बालिका आवासीय स्कूलों मे फर्जी प्रमाण पत्रों के आधार पर नौकरी करके वेतन निकाले जाने वाले मामले का जब खुलासा हुआ तो पड़ताल के बाद असली अनामिका शुक्ला भी सामने आईं और उन्होंने बताया कि उनके एजुकेशनल सर्टिफिकेट का दुरुपयोग किया गया है। अनामिका ने ये भी बताया था कि वे असल में बेरोजगार हैं और उनके नाम पर करोड़ो रूपये के वेतन निकालने की बात हो रही है। पूरी पड़ताल के बाद अब नकली अनामिका शुक्ला जेल में है।
असली अनामिका शुक्ला को अब मिली नौकरी-
पूरे घटनाक्रम के बाद अब असली अनामिका शुक्ला को प्राइमरी टीचर की नौकरी मिली है। गोंडा के प्राइवेट स्कूल ने अनामिका को अस्थाई नियुक्ति का नियुक्ति-पत्र सौंपा है। तरबगंज के रामपुर टेंगरहा में चल रहे भैया चंद्रभान दत्त स्मारक इंटर कालेज के प्रबंधक ने अनामिका को रोजगार दिया है। उन्होंने स्कूल के प्राइमरी अनुभाग में अनामिका को शिक्षिका के पद पर नौकरी दी है।