सुप्रीम कोर्ट ने ओडिशा के पुरी में आज होने वाली भगवान जगन्नाथ रथ यात्रा को अनुमति दे दी है। सुप्रीम कोर्ट के इस फैसले से पूरे देश में उत्साह नजर आ रहा है। छत्तीसगढ़ में भी भगवान जगन्नाथ के भक्तों ने सुदर्शन न्यूज़ के माध्यम से अपनी आवाज मुखर की थी। लिहाज़ा सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद भगवान जगन्नाथ पर आस्था रखने वाले लोगों ने सुदर्शन न्यूज़ के प्रधान संपादक श्री सुरेश चव्हाणके जी के प्रति आभार व्यक्त किया है।
सुप्रीम कोर्ट के इस निर्णय को जानने के बाद धर्मप्रेमियों ने एक सुर में कहा है कि सुदर्शन न्यूज़ राष्ट्र और धर्म की रक्षा के प्रति हमेशा सजग रहा है। इसी का नतीजा है कि हमेशा सुदर्शन न्यूज़ के द्वारा उठाए जाने वाले मुद्दों को संज्ञान में लिया जाता है और उनका व्यापक तौर पर असर होता है।
छत्तीसगढ़ श्रमजीवी पत्रकार संघ के प्रदेश अध्यक्ष अरविंद अवस्थी ने छत्तीसगढ़ ब्यूरो योगेश मिश्रा से बातचीत में कहा कि मैं सुदर्शन न्यूज़ का कृतज्ञ हूं कि उन्होंने प्रमुखता के साथ भगवान जगन्नाथ रथ यात्रा पर बैन जैसे बड़े और कष्टदायक आदेश के मुद्दे को करोड़ों भक्तों की आस्था को समझते हुए उठाया। उसके बाद उच्चतम न्यायालय ने लोगों की आस्था को समझा और भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा निकालने का आदेश दिया। वहीं रायपुर के डोमेश, भूपेश, काजल, हेमंत समेत कई धर्मावलंबियों ने सुप्रीम कोर्ट के फैसले का स्वागत किया है और सुदर्शन न्यूज़ को सराहा है।
गौरतलब है कि 18 जून को कोर्ट ने यात्रा में लाखों लोगों के जमा होने से कोरोना फैलने के अंदेशे के मद्देनजर यात्रा पर रोक लगा दी थी, लेकिन आज केंद्र सरकार, ओडिशा सरकार, मंदिर प्रशासन समेत कई पक्षों की दलीलें सुनने के बाद कोर्ट ने रोक को हटा दी। हालांकि, कोर्ट ने कई कड़ी शर्तें लगाई हैं, जिसके चलते आम श्रद्धालु यात्रा में शामिल नहीं हो सकेंगे।
क्या कहना था पक्षों का?
सुप्रीम कोर्ट से 18 जून के आदेश में बदलाव की मांग कर रहे सभी पक्षों का कहना था कि सदियों पुरानी परंपरा को भंग नहीं किया जाना चाहिए। इससे करोड़ों लोगों की आस्था जुड़ी है। केंद्र सरकार और ओडिशा सरकार ने यह भी कहा था कि यात्रा के दौरान स्वास्थ्य संबंधी दिशा निर्देशों का पूरी तरह से पालन सुनिश्चित किया जाएगा। सिर्फ उन सेवादारों को रथ खींचने की अनुमति दी जाएगी, जो हाल में हुए टेस्ट में कोरोना नेगेटिव पाए गए हैं। आम लोगों को यात्रा में शामिल होने की इजाजत नहीं हैै। ताकि यात्रा के दौरान शहर में कर्फ्यू लगा दिया जाएगा, ताकि कहीं भी कोई भीड़ न हो।