राजस्थान में करीब तीन साल के बाद गहलोत सरकार में इतना बड़ा बदलाव हाे रहा है. ऐसा हम इसलिए कह रहे हैं क्याेंकि आज अशोक गहलोत कैबिनेट में फेरबदल होने में बस कुछ ही वक्त
शेष रहा गया है। वहीं आज सचिन पायलट ने प्रेस कांफ्रेंस करके बताया कि इस
बदलाव का मकसद क्या है। उन्होंने कहा कि कैबिनेट में फेदबदल के जरिए समाज के
अधिक से अधिक वर्गों को प्रतिनिधित्व देने की मंशा है। बदलाव में 11 नए
कैबिनेट और 4 राज्य मंत्री बनाए गए हैं। ताे चलिए आपकाें बताते हैं उन नेताओं के नाम और उनकी पूरी जानकारी:-
विश्वेंद्र सिंह
विश्वेंद्र सिंह फिलहाल भरतपुर की
डीग-कुम्हेर सीट से एमएलए हैं। विश्वेंद्र सिंह कैबिनेट मंत्री बनाए जा रहे हैं। बता दें कि तीन बार विधायक चुने जा चुके हैं। पहले भी
कैबिनेट मंत्री रह चुके हैं। अशोक गहलोत और सचिन पायलट के बीच सियासी लड़ाई
के दौरान खुलकर पायलट का साथ दिया था। इसी दौरान मंत्री पद भी छोड़ना पड़ा
था।
हेमाराम चौधरी
हेमाराम काे भी बतौर कैबिनेट मंत्री शामिल किया जा रहा है। बता दें कि ये पूर्व में
कैबिनेट मंत्री रह चुके हैं। वह बाड़मेर
की गुडामालानी सीट से विधायक हैं और सचिन पायलट खेमे के हैं। और छह बार विधायक रह चुके हैं।
महेन्द्रजीत सिंह मालवीया
यह तीन बार के विधायक और पूर्व में कैबिनेट मंत्री रह चुके हैं। मालवीय को पार्टी का
बड़ा आदिवासी चेहरा माना जाता है। मालवीया पिछली
कांग्रेस सरकार के दौरान भी कैबिनेट मंत्री थे। तीन बार के विधायक हैं।
फिलहाल बांसवाड़ा जिले की बागीदौरा सीट से विधायक हैं।
रामलाल जाट
रामलाल जाट उन्हें डोटासरा के
टक्कर का नेता माना जाता है। भीलवाड़ा के कांग्रेस के बड़े नेताओं में है वह चौथी बार विधायक चुने गए हैं हैं। रामलाल
गहलोत के पिछले कार्यकाल में वन और खान मंत्री रहे थे। सीएम गहलोत के करीबी
माने जाते हैं।
डॉ. महेश जोशी
महेश जोशी फिलहाल जयपुर की हवामहल सीट से विधायक हैं और मुख्य सचेतक की
भूमिका में हैं. वे दो बार के एमएलए हैं और पूर्व में लोकसभा सांसद रह चुके हैं
जोशी। उनका बतौर कैबिनेट मंत्री प्रमोशन हो रहा है।
रमेश मीणा
मीणा करौली के सपोटरा से तीन बार के
विधायक हैं. इनका भी कैबिनेट मंत्री रह चुके हैं। रमेश मीणा को भी सियासी संकट के दौरान मंत्री पद से हटना पड़ा
था। वह भी पायलट खेमे से सरकार में शामिल होंगे।
ममता भूपेश
ममता भूपेश का भी प्रमोशन हो रहा है. वे कैबिनेट मंत्री बनेंगी. वह दौसा
जिले की सिकराय विधानसभा सीट से एमएलए हैं। अभी तक ममता
गहलोत सरकार में बतौर महिला एवं बाल विकास राज्यमंत्री शामिल थीं।
टीकाराम जूली
टीकाराम गहलोत सरकार में श्रम राज्य मंत्री थे।. उनका भी बतौर कैबिनेट मंत्री प्रमोशन हो रहा है। अलवर जिले के समीकरण साधने के लिए उन्हें मंत्रालय में शामिल किया जाएगा। अभी वह टीकाराम जूली अलवर ग्रामीण सीट से विधायक हैं।
भजन लाल जाटव
फिलहाल भजन लाल जाटव अभी गृह रक्षा
राज्य मंत्री थे। भजन लाल जाटव गहलोत सरकार के तीसरे मंत्री हैं जिनका राज्यमंत्री से
कैबिनेट मंत्री में प्रमोशन हो रहा है। वह भरतपुर जिले की वैर विधानसभा सीट से हैं विधायक।
गोविंद राम मेघवाल
गोविंद
मेघवाल इससे पहले भाजपा में थे। गोविंद राम मेघवाल फिलहाल प्रदेश कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष हैं। वह
बीकानेर के खाजूवाला से दो बार के विधायक हैं।
शकुंतला रावत
महिला
चेहरे के तौर पर शकुंतला को मंत्रिमंडल में शामिल किया गया है। शकुंतला रावत अलवर के बानसूर विधानसभा सीट से दो बार की विधायक हैं। वह
महिला कांग्रेस की प्रदेश अध्यक्ष राष्ट्रीय महासचिव रह चुकी हैं।
जाहिदा खान
जाहिदा यहां के बड़े नेता रहे तैयब हुसैन की बेटी हैं। जाहिदा भरतपुर की कामा विधानसभा सीट से विधायक हैं। इससे पहले वह संसदीय
सचिव हर चुकी हैं।
बृजेंद्र सिंह ओला
वह पूर्व में मंत्री भी रह चुके हैं।
ओला पायलट खेमे से मंत्रिमंडल में शामिल हो रहे हैं। वह कद्दावर नेता रहे
स्वर्गीय शीशराम ओला के बेटे हैं। बृजेंद्र सिंह तीन बार के विधायक हैं।
मुरारी लाल मीणा
मीणा
इससे पहले भी मंत्री रह चुके हैं और वह पूर्व में भी मंत्री रह चुके हैं। मुरारी लाल मीणा भी पायलट खेमे से मंत्री के तौर पर शामिल हो रहे हैं।
राजेंद्र सिंह गुढ़ा
राजेंद्र सिंह गुढ़ा की एंट्री इस लिस्ट में सबसे चौंकाने वाली है। वह बसपा
के टिकट पर चुनाव लड़े और जीते। हालांकि बाद में पार्टी छोड़कर कांग्रेस
में शामिल हो गए थे। वह अशोक गहलोत की पिछली सरकार में बतौर मंत्री। वह
झूझूनुं जिले की उदयपुरवाटी सीट से विधायक हैं।