मनसे अध्यक्ष राज ठाकरे ने अयोध्या दौरा टाल दिया है. इसकी जानकारी उन्होंने ट्वीट कर दी है. उन्होंने एक ट्वीट में कहा कि अयोध्या का दौरा स्थगित कर दिया गया है. सूत्रों ने बताया कि बीमारी के कारण राज का दौरा टला है. अब उन्होंने सोशल मीडिया के जरिए इस बात का एलान किया है. लेकिन इसी बीच आपको एक खबर दें दें कि बीते कुछ दिनों से हनुमान चालीसा को लेकर विवाद में रहे राज ठाकरे पर अयोध्या दौरा रद्द करने को लेकर सियासी घमासान मचा हुआ है. बता दें विपक्षियों द्वारा राज ठाकरे को नसीहत दिया जाने लगा है. मनसे की 22 मई को पुणे में बैठक है. इस बैठक के बाद राज ठाकरे अपने अयोध्या दौरे को लेकर डॉक्टर से सलाह लेंगे. डॉक्टर्स की इजाजत के बाद ही राज ठाकरे अयोध्या जाएंगे.
हाल ही में भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह ने राज ठाकरे की प्रस्तावित अयोध्या यात्रा का विरोध किया था. उन्होंने चेताते हुए कहा था कि जब तक वह उत्तर भारतीयों से सार्वजनिक रूप से माफी नहीं मांग लेंगे, तब तक उन्हें उत्तर प्रदेश की धरती पर कदम भी नहीं रखने दिया जाएगा. आगामी पांच जून को मनसे प्रमुख राज ठाकरे की अयोध्या यात्रा प्रस्तावित थी.
वही, राज ठाकरे के अयोध्या दौरे को लेकर राष्ट्रीय प्रवक्ता रोहित अग्रवाल ने अपने कू हैंडल पर लिखा है कि, राज ठाकरे का अयोध्या दौरा टला, राज ठाकरे को समझना होगा कि उत्तर भारतीयों का अपमान करने से आप उत्तर भारत में सम्मान नहीं पा सकते। अगर उत्तर भारतीय नहीं होंगे तो आपके राज्य की अर्थव्यवस्था चरमरा जाएगी।
गौरतलब है कि राज ठाकरे पर 2008 में 'मराठी मानुस' के समर्थन में आंदोलन के दौरान रेलवे की परीक्षा देने के लिए मुंबई के कल्याण पहुंचे उत्तर भारतीयों के साथ कथित तौर पर मारपीट का आरोप है. पिछले महीने महाराष्ट्र में मस्जिदों से लाउडस्पीकर हटाने को लेकर राजठाकरे ने आवाज बुलंद की थी.
बता दें कि मनसे प्रमुख ने हाल में तब विवाद खड़ा कर दिया था जब उन्होंने मांग की थी कि मस्जिदों पर लगे लाउडस्पीकर हटाए जाएं, अन्यथा उनकी पार्टी के कार्यकर्ता मस्जिदों के बाहर ऊंची आवाज में हनुमान चालीसा का पाठ करेंगे.हाल में उत्तर प्रदेश से भारतीय जनता पार्टी के सांसद बृजभूषण शरण सिंह ने ठाकरे के अयोध्या दौरे का विरोध किया था और आगाह किया था कि उन्हें तब तक उत्तर प्रदेश के इस शहर में घुसने नहीं दिया जाएगा जब तक कि वह पूर्व में उत्तर भारतीयों का 'अपमान' करने के लिए सार्वजनिक तौर पर माफी नहीं मांग लेते हैं.