पंजाब में राजनीतिक सियासत काफी तेज हाेती जा रही है. हाल ही में पंजाब में बीएसएफ के अधिकार क्षेत्र बढ़ाने के निर्देश पर पंजाब में हलचल तेज है। गाैरतलब है कि पंजाब में विधानसभा चुनाव के लिए अब बेहद कम वक्त बचा है। अभी से पंजाब में सियासी पारा काफी चढ़ा हुआ है। बता दें कि बीते कुछ दिन पहले सीएम चरणजीत सिंह चन्नी ने केंद्र सरकार के फैसले की निंदा की थी. वहीं अब सूबे के डिप्टी सीएम सुखजिंदर सिंह रंधावा ने कैप्टन काे घेर लिया है.
डिप्टी सीएम सुखजिंदर सिंह का कहना है कि कैप्टन ने कुछ दिन पहले मुद्दा उठाया कि पंजाब में आईएसआई का खतरा है। उसके बाद पंजाब मे बीएसएफ को तैनात कर दिया गया। पंजाब पर केंद्र के फैसले का कैप्टन समर्थन कर रहे हैं। सुखजिंदर सिंह ने एक मीडिया हाउस से बातचीत में कैप्टन अमरिंदर सिंह के 2016 में दिए इंटरव्यू का भी जिक्र किया। कहा कि उस वक्त कैप्टन ने बीएसएफ और पाकिस्तानी रेंजर्स के बीच साठगांठ का आरोप लगाया था।
पंजाब के डिप्टी सीएम सुखजिंदर सिंह रंधावा ने पूर्व सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह पर आरोप लगाया है कि अब कैप्टन अमरिंदर सिंह कह रहे हैं कि पंजाब को आईएसआई से खतरा है। जब वह पंजाब के मुख्यमंत्री थे तो पंजाब को कोई खतरा नहीं था।
रंधावा ने आगे कहा, कैप्टन अमरिंदर सिंह के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के एक महीने बाद से ही पंजाब को आईएसआई से खतरा हो गया। रंधावा ने साथ ही यह भी कहा कि पाकिस्तान से पहले भी तो ड्रोन आते रहे हैं। इसलिए कैप्टन ने पहले इस मुद्दे को उठाया और बाद में पंजाब में बीएसएफ को तैनात किया। हम डीजीपी से इस मामले की जांच कराएंगे।
विधानसभा चुनाव से पहले पंजाब में बीएसएफ के अधिकार क्षेत्र का विस्तार मामला यह दिखाता है कि पंजाब की राजनीति आगे कुछ नया माेड़ ले सकती है. यह विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है।