आजादी के दशकों बाद तक विंध्य क्षेत्र उपेक्षा का शिकार रहा है। ये पूरा क्षेत्र संसाधनों के बाद भी अभाव का क्षेत्र बन गया। इतनी अधिक नदियां होने के बाद भी इस क्षेत्र की पहचान सबसे ज्यादा प्यासे, सूखा प्रभावित क्षेत्र की रही। आने वाले समय में जब यहां के 3 हजार गांवों तक पाइप से पानी पहुंचेगा तो 40 लाख से भी ज्यादा साथियों का जीवन बदल जाएगा। इससे यूपी के हर घर तक जल पहुंचाने के संकल्प को भी ताकत मिलेगी।
ये बातें आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तब कहीं जब वह 'हर घर जल परियोजना' के तहत सोनभद्र जिले में 14 ग्राम समूह पाइप पेयजल परियोजना की आधारशिला रख रहे थे। इस दौरान मुख्यमत्री योगी आदित्यनाथ और राज्यपाल आनंदीबेन पटेल भी वीडियो कॉन्फ्रेंस से जुडे। आधारशिला रखने के बाद पीएम ने लोगों को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए संबोधित भी किया।
पीएम मोदी ने आगे कहा कि "जीवन की बड़ी समस्या जब हल होने लगती है तो अलग ही विश्वास झलकने लगता है। ये विश्वास, उत्साह आपमें मैं देख पा रहा था। पानी के प्रति आपमें संवेदनशीलता कितनी है, ये भी दिख रहा है। सरकार आपकी समस्याओं को समझकर उनका समाधान कर रही है।
प्रधानमंत्री ने प्रदेश की योगी सरकार की तारीफ करते हुए कहा कि " आज जिस प्रकार उत्तर प्रदेश में एक के बाद एक योजनाएं लागू हो रही हैं, उससे उत्तर प्रदेश की, यहां की सरकार की और यहां के सरकारी कर्मचारियों की छवि पूरी तरह बदल रही है। हर घर जल पहुंचाने के अभियान को अब एक साल से भी ज्यादा समय हो गया है। इस दौरान देश में 2 करोड़ 60 लाख से ज्यादा परिवारों को उनके घरों में नल से शुद्ध पीने का पानी पहुंचाने का इंतजाम किया गया है। इसमें लाखों परिवार उत्तर प्रदेश के भी हैं।