अगर आप या आपके घर में कोई जल्द ही विदेश यात्रा करने वाला है तो भारत सरकार ने ऐसे लोगों के लिए कोविड वैक्सीन की बूस्टर डोज संबंधी नियमों में परिवर्तन किए हैं. भारत सरकार ने विदेश यात्रा करने वाले लोगों के लिए कोविड -19 वैक्सीन की बूस्टर डोज खुराक के मानदंडों में ढील दी है. विदेश यात्रा करने वाले नागरिक अब डेस्टीनेशन देश के दिशानिर्देशों के अनुसार निर्धारित नौ महीने की वेटिंग पीरियड से पहले वैक्सीन डोज लगवा सकते हैं. वहीं अन्य - 18 वर्ष से ऊपर के लोगों को eligible बनने से पहले पूरे नौ महीने इंतजार करना होगा. इसके साथ ही CoWin ऐप में आवश्यक बदलाव किए गए हैं.
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने गुरुवार को कहा कि विदेश यात्रा करने वाले सभी भारतीय नागरिक और छात्र अब आवश्यकतानुसार बूस्टर शॉट लेने के पात्र हैं. मंडाविया ने कू करते हुए कहा, ‘भारतीय नागरिक और विदेश यात्रा करने वाले छात्र अब गंतव्य देश के दिशानिर्देशों के अनुसार एहतियाती खुराक ले सकते हैं. 18 वर्ष से अधिक उम्र के वे सभी लोग जिन्होंने दूसरी खुराक के नौ महीने पूरे कर लिए हैं, एहतियाती खुराक लेने के लिए पात्र हैं.’
इससे पहले एक सलाहकार समिति ने सिफारिश की थी कि जिन लोगों को विदेश यात्रा करने की आवश्यकता है, वे नौ महीने के अनिवार्य अंतराल से पहले जिस देश की यात्रा कर रहे हैं, उसके नियमों के अनुसार कोविड टीके की एहतियाती खुराक ले सकते हैं.
बता दें कि इस मुद्दे पर पहले भी चर्चा हुई थी और एनटीएजीआई ने सिफारिश की थी कि जिन लोगों को विदेश यात्रा करने की जरूरत है, वे निर्धारित नौ महीने की प्रतीक्षा अवधि से पहले एहतियाती खुराक ले सकते हैं. सरकारी आंकड़ों के अनुसार, देश में काफी कम लोगों ने कोरोना वैक्सीन के तीसरे डोज को लेकर इच्छा जताई है, जबकि सरकार ने 18 वर्ष से अधिक आयु वाले सभी नागरिकों को बूस्टर डोज लगाने की अनुमति दे दी है.
बता दें कि देश में 18 वर्ष से अधिक आयु वाले नागरिकों को 10 अप्रैल से बूस्टर डोज लगाने की अनुमति दे दी गई है. इसके लिए कोरोना वैक्सीन की दूसरी खुराक और तीसरे डोज के बीच 9 महीने का अंतर होना चाहिए.