17वीं लोकसभा का कार्यकाल 16 जून 2024 को समाप्त होगा. कहा जा रहा है कि इस साल अप्रैल और मई के महीने में लोकसभा चुनाव कराया जा सकता है. वहीं लोकसभा चुनाव को लेकर सभी दलों ने कमर कस ली है. वहीं इस बीच जन सुराज संगठन के संयोजक प्रशांत किशोर ने बड़ी भविष्यवाणी कर दी है.
पीके ने कहा है कि आगामी लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के लिए 100 सीट का आंकड़ा पार करना बहुत ही मुश्किल है. उन्होंने एक न्यूज चैनल के साथ बातचीत में यह भी कहा कि इस चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के 370 सीट तक पहुंचने की संभावना नहीं है, हालांकि वह पश्चिम बंगाल में इस बार भी बहुत अच्छा प्रदर्शन कर सकती है.
क्या कांग्रेस इस चुनाव में 100 का आंकड़ा पार कर लेगी इस सवाल पर प्रशांत किशोर ने कहा कि उन्हें लोकसभा में कांग्रेस की वर्तमान सीट की संख्या में बड़े बदलाव की संभावना नजर नहीं आती. अगर सीट की संख्या 50-55 हो जाए तो इससे देश की राजनीति नहीं बदल जाएगी.
उन्होंने कहा कि मुझे कांग्रेस के लिए चुनाव नतीजे में कोई सकारात्मक बदलाव नहीं दिख रहा है. बड़े बदलाव के लिए कांग्रेस को 100 का आंकड़ा पार करना होगा.' किशोर ने कहा कि उन्हें नहीं लगता कि कांग्रेस 100 का आंकड़ा पार करेगी. उन्होंने कहा, 'आज की तारीख में यह बहुत मुश्किल है.'
प्रशांत किशोर ने कहा, 'भाजपा ने अपने कार्यकर्ताओं के लिए 370 का यह लक्ष्य रखा है. लोगों को इस 370 के लक्ष्य को सच नहीं मानना चाहिए. हर नेता को लक्ष्य तय करने का अधिकार है. यदि वे इसे हासिल कर लेते हैं तो बहुत अच्छा है, यदि नहीं कर पाते हैं तो पार्टी को इतना विनम्र होना चाहिए कि वह अपनी गलती स्वीकार कर ले.''
किशोर ने कहा, 'मैं कह सकता हूं कि भाजपा अकेले 370 सीट हासिल नहीं कर सकती. इसकी संभावना करीब-करीब जीरो ही मानता हूं. अगर यह होता है तो मुझे बहुत आश्चर्य होगा.' किशोर के अनुसार, अगर संदेशखाली जैसी घटना होती है, तो निश्चित रूप से वह सत्तारूढ़ दल के लिए नुकसान का कारण बनेगी.
वहीं लोकसभा चुनाव को लेकर मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने कुछ दिन पहले कहा था कि, चुनाव आयोग 2024 के संसदीय चुनाव और राज्य विधानसभा चुनाव कराने के लिए पूरी तरह से तैयार है और सभी तैयारियां लगभग पूरी हो चुकी हैं.
राजीव कुमार कहा, मैं चुनाव आयोग की ओर से और आपके माध्यम से कहना चाहता हूं कि हम 2024 के संसदीय चुनाव और राज्य (ओडिशा) विधानसभा चुनाव कराने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं, हर तैयारी लगभग पूरी हो चुकी है.
बता दें कि, ओडिशा में इस साल विधानसभा चुनाव होना है, इसलिए लोकसभा चुनाव के साथ ही ओडिशा चुनाव की घोषणा भी हो सकती है. उन्होंने आगे कहा कि, ''मैं आयोग की ओर से आपके (मीडिया) माध्यम से अनुरोध करना चाहता हूं कि ओडिशा के सभी मतदाताओं को आना चाहिए और लोकतंत्र के इस उत्सव में भाग लेना चाहिए.'' माना जा रहा है कि चुनाव आयोग जल्द ही लोकसभा चुनाव 2024 की तारीख की भी घोषणा कर देगा.
NDA बनाम I.N.D.I.A. के बीच होगा मुकाबला
बता दें कि इस बार का लोकसभा चुनाव एनडीए बनाम इंडिया गठबंधन के बीच होगा. लेकिन जिस प्रकार इंडिया गठबन्धन को एक एक कर सब छोड़कर एनडीए में शामिल हो रहे हैं उससे माना जा रहा है इंडिया गठबंधन एनडीए के सामने कमज़ोर पड़ जाएगा.
वहीं इस बीच मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ और उनके बेटे नकुलनाथ के बीजेपी में शामिल होने की अटकलें लगाई जा रही हैं. कांग्रेस के बड़े नेताओं में शुमार रहे सज्जन सिंह वर्मा भी कमलनाथ की राह पर चलने के संकेत दे चुके हैं. उन्होंने अपनी प्रोफाइल से पार्टी का निशान हटाने के बाद कहा, "कमलनाथ के साथ पिछले 40 वर्षों से हैं. नाथ द्वारा अपनी डीपी से कांग्रेस पार्टी का निशान हटाया उसी के चलते प्रतीकात्मक रूप से मैंने अपना प्रोफाइल बदला है. हमारे नेता का मान, सम्मान जरूरी है. अभिमान नही.''