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अपने ही विभाग के भ्रष्ट सिस्टम के विरुद्ध मुखर रहे इस पुलिसवाले की संदिग्ध अवस्था में मिली लाश...तब ट्रेंड चल पड़ा 'जस्टिस फ़ॉर पुष्पराज'

'मेरे बेटे को पुलिस के अधिकारियों ने ही मार डाला', परिजनों का आरोप

Yogesh Mishra
  • May 14 2021 7:47PM
छत्तीसगढ़ में सोशल मीडिया में शुक्रवार को दिन भर एक हैशटैग लगातार चल रहा है, जिसमें लिखा है-'जस्टिस फॉर पुष्पराज।'
दरअसल शुक्रवार की सुबह लोगों को जब पता चला कि छत्तीसगढ़ के जांजगीर-चांपा जिले के सक्ती थाने के आरक्षक पुष्पराज सिंह की लाश सड़क किनारे मिली है, तो लोगों को सहसा यकीन नहीं ही हुआ कि जो आरक्षक पुष्पराज भ्रष्ट सिस्टम को ले करके अपनी बातें बहुत मजबूती के साथ लगातार सोशल मीडिया में रखता था, जो अधिकारियों-नेताओं को करप्शन के मामले में चुनौती देता था, वह पुष्पराज भला कैसे अपनी जान गंवा सकता है?
जिसके बाद लोगों ने आशंका जताई कि यह सड़क दुर्घटना में मौत नहीं बल्कि योजनाबद्ध तरीके से हत्या का मामला है। अपने बेटे को खोने के बाद अब पुष्पराज का परिवार उच्च स्तरीय जांच की मांग कर रहा है। साथ ही यह कह रहा है कि जिले के बड़े अधिकारियों ने मिलकर के उनसे उनका बेटा छीन लिया।


यह है पूरा मामला
जानकारी के मुताबिक जांजगीर जिले में गुरुवार की रात करीब 12 बजकर 45 मिनट पर पुष्पराज सिंह नामक एक कांस्टेबल की मौत हो गई। सड़क के किनारे पुष्पराज की स्कूटी गिरी मिली, उसके शरीर पर बिजली के तार लिपटे मिले, गले में भी तार उलझा हुआ था। पुलिस इसे एक हादसा बता रही है, मगर घर वाले इसे हत्या होने का दावा कर रहे हैं। फ़िलहाल मामले की जाँच जारी है।


पुलिस का पक्ष ये
पुलिस अधिकारी इस मामले में कह रहे हैं कि पुष्पराज की स्कूटी सड़क किनारे लगे तार में फंस गई। स्कूटी रफ्तार में होने की वजह से अनियंत्रित होकर घुम गई और तार पुष्पराज के गले में कसता चला गया। जिसके कारण पुष्पराज का दम घुट गया और उसकी मौत हो गई। लेकिन परिजन इससे संतुष्ट नहीं हैं।



'हमारे बेटे को अधिकारियों ने मिलकर मारा'

आरक्षक पुष्पराज के परिजनों ने मीडिया से बातचीत में कहा है कि उनका बेटा लगातार भ्रष्ट पुलिस अधिकारियों का कच्चा चिट्ठा सामने ला रहा था, इसके साथ ही वह वर्षों से पुलिस विभाग में शोषण का विरोध भी कर रहा था। ऐसे में परिजनों ने आशंका जताई है कि जिन पुलिस अधिकारियों का कच्चा चिट्ठा पुष्पराज के पास था, उन्हीं ने मिलकर पुष्पराज की हत्या करवा दी है।



काफी मुखर थे पुष्पराज
दरअसल सक्ती थाने में पदस्थ आरक्षक पुष्पराज सिंह लगातार सरकार और प्रशासनिक अधिकारियों के खिलाफ अपनी फेसबुक वाल में लगातार लिखता था । आपको बताते चलें कि अभी तक छः बार आरक्षक पुष्कराज सिंह बर्खास्त भी हो चुके थे। अगर आप उनके फेसबुक प्रोफाइल को देखेंगे, तो आपको पता चल जाएगा कि आरक्षक पुष्पराज लगा अपने ही विभाग के खिलाफ आवाज उठाता रहा है। आरक्षक पुष्पराज सिंह ने लगातार पुलिस विभाग और सरकार के खिलाफ अपने सोशल मीडिया में लगातार हमला बोला था, जिसको लेकर उनकी सराहना होती रही है।

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