पीएम मोदी ने कहा कि लोहिया जी, जयप्रकाश
जी जैसे महापुरुषों के अनुशासन को ये लोग कबसे छोड़ चुके हैं। यूपी
भलीभांति जानता है कि लाल टोली वालों को सिर्फ लाल बत्ती से मतलब रहा है।
आपके दु:ख दर्द से उनका कोई वास्ता नहीं। इन्हें सिर्फ सत्ता चाहिए। गुंडे माफियाओं को संरक्षण देने, आतंकवादियों को जेल से छुड़ाने के लिए।
उन्होंने 2017 के पहले यूपी में बनी अन्य विपक्षी पार्टियों की मंशा पर
भी सवाल उठाए।
उन्होंने कहा कि बस जानते थे कि गोरखपुर खाद कारखाना और
एम्स की कितनी जरूरत थी। यहां इन संस्थानों की कितनी मांग हो रही थी। पीएम ने नाम लिए बिना यूपी की पूर्ववर्ती
अखिलेश सरकार पर एम्स को लेकर निशाना साधा।
उन्होंने कहा कि पहले की
सरकार ने यहां एम्स की जमीन देने में काफी हीलाहवाली की। जब बात आर-पार की
हो गई तब सरकार ने मजबूरन जमीन दी। टाइमिंग पर सवाल उठाने वालों को भी आज
का कार्यक्रम करारा जवाब है। कोरोना संकट काल में भी डबल इंजन की सरकार
विकास में जुटी रही। काम नहीं रुकने दिया।
पीएम मोदी ने कहा कि स्वास्थ्य सुविधाएं अच्छी, सस्ती और सबकी पहुंच
में होनी चाहिए। मैने लोगों को इलाज के लिए भटकते, अपनी जमीन गिरवी रखते
देखा है। पहले सोचा जाता था कि एम्स जैसे संस्थान सिर्फ बड़े शहरों के
लिए होते हैं। हमारी सरकार इसे दूर-दराज के जिलों तक ले जा रही है। गोरखपुर
में एम्स से इंसेफेलाइटिस सहित तमाम संक्रामक बीमारियों पर अंकुश लगेगा।
पिछले सात साल में 16 एम्स बनाने पर काम चल रहा है। हमारी कोशिश है कि हर
जिले में कम से कम एक मेडिकल कालेज जरूर हो।
उन्होंने कहा कि लंबे समय तक
यह पूरा क्षेत्र सिर्फ एक बीआरडी मेडिकल कालेज पर निर्भर था। आज इतना बड़ा
एम्स बन गया। रिसर्च सेंटर की अपनी बिल्डिंग तैयार है। एम्स का
शिलान्यास करने आया था तब भी कहा था कि इस क्षेत्र को दिमागी बुखार से
मुक्ति दिलाने के लिए पूरी मेहनत करेंगे। आज उस मेहनत का असर दिख रहा है।
गोरखपुर-बस्ती मंडल में बीमारी पर 90 प्रतिशत तक अंकुश लग गया है। जो
बीमार पड़ते भी हैं उनकी भी जान बचाई जा रही है। याेगी सरकार के काम की तारीफ अंतरराष्ट्रीय स्तर पर हो रही है।
पीएम मोदी ने कहा कि खाने के तेल के आयात
के लिए हर साल करोड़ों रुपए विदेश भेजता है। पेट्रोल-डीजल के आयात को भी
इथेनॉल के जरिए कम करने की कोशिश की जा रही है। पहले सिर्फ 20 करोड़ लीटर
इथेनॉल तेल कंपनियों को दिया था। आज सौ करोड़ लीटर से ज्यादा इथेनॉल अकेले
यूपी के किसान तेल कंपनियों को दे रहे हैं। पीएम योगी ने गन्ना किसानों
के लिए लाभकारी मूल्य तीन सौ रुपए तक बढ़ाए जाने के लिए योगी सरकार की
तारीफ की।