उत्तर प्रदेश के कानपुर में मामूली विवाद को लेकर मॉब लिंचिंग का मामला सामने आया है। यहां छोटी सी बात पर मुस्लिम समुदाय के लोगों ने एक हिंदू युवक को पीट-पीटकर बेरहमी से मार डाला। घटना के बाद से क्षेत्र में तनाव के हालात बने हुए हैं। ऐसे में घटनास्थल और उसके आसपास के इलाकों में भारी पुलिसबल की तैनाती कर दी गई है पुलिस ने ताबड़तोड़ कार्रवाई करते हुए तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है, बाकी आरोपियों की तलाश के लिए दबिश दी जा रही है। हत्या में 2 दर्जन से अधिक लोगों के शामिल होने की बात कही जा रही है।
जानकारी के मुताबिक, चकेरी थाना क्षेत्र के वाजिदपुर निवासी 25 वर्षीय पिंटू निषाद टेनरी में काम करता था। रविवार रात को वह अपने बड़े भाई दीपक और साथी संदीप के साथ कहीं जा रहा था तभी वाजिदनगर कालोनी से गुजरने के दौरान रास्ते में मोहम्मद फैज के घर के सामने फटा हुआ पानी का पाउच पड़ा था। आरोप है कि चलते हुए पिंटू का पैर पाउच पर पड़ा जिससे उसकी छींटे मोहम्मद फैज के ऊपर पड़ गईं। इस पर फैज पिंटू को गालियां देने लगा तथा जातिसूचक शब्द भी कहे।
पिंटू ने जाति को लेकर गालियां देने पर आपत्ति जताई तो मोहम्मद फैज ने फोन कर अपने और साथियों को बुला लिया। 2 दर्जन से अधिक लोगों ने पिंटू समेत तीन लोगों पर लाठी-डंडों से हमला बोल दिया। इस दौरान जमकर पथराव हुआ। स्थानीय लोगों के बीच बचाव करने पर मामला शांत हो गया। कुछ देर बाद दोनों संप्रदाय के लोग आमने सामने आ गए और जमकर लाठी-डंडे चले व पथराव भी हुआ। जिसमें पिंटू गंभीर रूप से घायल हो गया। सूचना पर पहुंची पुलिस घायल पिंटू को हैलट अस्पताल ले गई। जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
पिंटू की मौत की खबर के बाद से क्षेत्र में तनाव बढ़ गया है। जिसे देखते हुए क्षेत्र में भारी पुलिसबल तैनात कर दिया गया है। पुलिस ने ताबड़तोड़ कार्रवाई करते हुए सरफराज आलम, मोहसिन, और मेराज को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। बाकी आरोपियों की तलाश के लिए दबिश दी जा रही है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मामले को बेहद गंभीरता से लिया है। सीएम ने सभी आरोपियों के खिलाफ रासुका लगाने का निर्देश दिया है।
तथाकथित दलित हितेषी इस मामले पर कुछ नहीं बोलेंगे। क्योंकि जब उन्हें भीम और मीम से किसी एक को चुनना होता है तब प्रायः ये लोग भीम को नहीं मीम की तरफदारी में उतरते हैं। ये लोग सिर्फ और सिर्फ देश को तोड़ने का काम करते है।