छत्तीसगढ़ की राजधानी के हृदयस्थल कहलाने वाले जयस्तंभ चौक में एक युवक पर हुए चाकू से हमले की घटना से युवक की जान चली गई। दरअसल रायपुर के
चश्मे की दुकान में उस समय तहलका मचा गया, जब चाकू मारने की घटना हुई। चश्मे के मोल भाव को लेकर उपजे विवाद ने एक व्यक्ति की जान ले ली ।
दरअसल प्रार्थी शेख अमजद ने थाना गोलबाजार में रिपोर्ट दर्ज कराया कि वह विकास नगर कोण्डागांव में रहता है तथा मोटर सायकल खरीदी बिक्री का काम करता है। प्रार्थी दिनांक 12.10.2020 को जमाल के स्वीप्ट डिजायर कार क्रमांक सी जी/04/एच डी/6629 में अपने साथी हैदर, इरशाद अहमद एवं जमाल बडगुजर के साथ इलेक्ट्रानिक सामान खरीदने रायपुर आये थे। सभी कार में बैठकर मालवीय रोड में थाना गोलबाजार की ओर से जय स्तंभ चैक की ओर जा रहे थे। जयस्तंभ चैक का ट्रैफिक सिग्नल रेड होने के कारण कार को मुख्य पोस्ट आफिस के गेट के थोड़ा आगे खड़ी किये थे। दाहिने तरफ रोड में दूसरी ओर रोड छाप चश्मा दुकान दिखी तो कार का कांच खोलकर जोर से आवाज देकर इरशाद जो कि कार के पिछली सीट में बैठा था, रेट पूछा तो दुकान में बैठा व्यक्ति 700/- रूपये रेट बताया। तब इरशाद बोला कि रोड छाप चश्मा का ज्यादा रेट बता रहे हो इस बात से वह चिढ़कर गालियां देते हुए बोला कि जब खरीदने की औकात नहीं है, तो रेट क्यों पूछते हो? तेरे को अभी दिखाता हूं कि मैं कौन हूं? तभी सिग्नल ग्रीन हुआ तो कार को आगे बढ़ गई।
पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक इसके बाद जय स्तंभ चैक पार करने से पहले पुनः सिग्नल रेड हो जाने से कार को रोकना पड़ा। उसी समय दो लोग दौड़ते हुए आए और कार के कांच को पीटने लगे। प्रार्थी तथा उसका दोस्त इरशाद अहमद कार से नीचे उतरकर बात करने का प्रयास कर ही रहे थे कि एक सफेद शर्ट पहना लडका अपने पास रखे धारदार नोंकदार चाकू से इरशाद के पेट के बांये तरफ जान से मारने देने की नियत से वार कर दिया तथा वहां से भाग गए। जिससे दोस्त इरशाद खून से लथपथ होकर रोड में नीचे गिर गया। जिसे प्रार्थी एवं उसके अन्य साथी तत्काल उपचार हेतु मेकाहारा में भर्ती कराये मेकाहारा में ईलाज के दौरान इरशाद अहमद का मौत हो गया।
घटना के बाद थाना गोलबाजार में अज्ञात आरोपियों के विरूद्ध अपराध क्रमांक 92/20 धारा 307, 302, 34 भादवि. 25, 27 आर्म्स एक्ट का अपराध पंजीबद्ध किया गया।
पुलिस के सामने किया सरेंडर
घटना के बाद रायपुर पुलिस की एक विशेष टीम का गठन किया जाकर अज्ञात आरोपियों की पतासाजी प्रारंभ किया गया। टीम द्वारा घटना स्थल का निरीक्षण किया जाकर घटना एवं आरोपियो के हुलियों के संबंध में प्रार्थी एवं उसके अन्य दोस्तों से विस्तृत पूछताछ करते हुये घटना स्थल के आसपास के लोगों से भी पूछताछ किया गया। टीम द्वारा प्रकरण में मुखबीर लगाने के साथ-साथ घटना स्थल के आसपास लगे सी.सी.टी.व्ही. फुटेजों का अवलोकन कर अज्ञात आरोपियों की पहचान सुनिश्चित करने के प्रयास किये जा रहे थे। इसी दौरान टीम को जानकारी प्राप्त हुई कि थाना विधानसभा क्षेत्रांतर्गत स्थित ईरानी कालोनी निवासी मोहसीन अली एवं शफीक अली द्वारा हत्या की उक्त घटना को अंजाम दिया गया है। जिस पर टीम द्वारा ईरानी कालोनी में जाकर दबिश देकर लगातार पूरी कालोनी को घेराबंदी कर आरोपियों की तलाश की जा रही थी। आरोपी वहां से भागने की फिराक में थे परंतु पुलिस के बढ़तेे दबाव से उन्हें आशंका हो गया कि वे भागने के दौरान ही पकड़ लिये जाएंगे। जिस पर आरोपियों ने स्वयं अपने आप को वरिष्ठ अधिकारियों के सुपुर्द कर दिया। आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि वे लोग चश्मा के दाम की बात को लेकर हुये विवाद से आवेश में आकर इरशाद अहमद पर चाकूू से वार कर वहां से फरार हो गये थे। आरोपियों की निशानदेही पर उनके कब्जे से घटना में प्रयुक्त चाकू बरामद किया गया है। लेकिन इस घटना ने शहर में बदमाशों के बढ़ते हौसले का बड़ा उदाहरण पेश कर दिया है।