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जन-जन के राम रामायण कांक्लेव का संतों के बीच हुआ शुभारम्भ

सहयोग एवं पर्यटन विभाग तथा संस्कृति विभाग से आयोजित जन-जन के राम रामायण कांक्लेव का मुख्य अतिथि/मंडलायुक्त आरपी सिंह एवं डीआईजी डाॅ विपिन कुमार मिश्र ने बतौर विशिष्ट अतिथि दीप जलाकर संतों की मौजूदगी में शुभारम्भ किया। शनिवार को राष्ट्रीय रामायण मेला परिसर में जन-जन के राम रामायण के शुभारम्भ से पहले निर्मोही अखाडा रामघाट से साधु-संतों ने शोभायात्रा निकाली।

Satya Prakash Dwivedi
  • Jan 28 2023 9:58PM

जन-जन के राम रामायण कांक्लेव का संतों के बीच हुआ शुभारम्भ 25 मार्च को अयोध्या में होगा समापन चित्रकूट --

आजादी के अमृत महोत्सव पर जिला प्रशासन के सहयोग एवं पर्यटन विभाग तथा संस्कृति विभाग से आयोजित जन-जन के राम रामायण कांक्लेव का मुख्य अतिथि/मंडलायुक्त आरपी सिंह एवं डीआईजी डाॅ विपिन कुमार मिश्र ने बतौर विशिष्ट अतिथि दीप जलाकर संतों की मौजूदगी में शुभारम्भ किया। शनिवार को राष्ट्रीय रामायण मेला परिसर में जन-जन के राम रामायण के शुभारम्भ से पहले निर्मोही अखाडा रामघाट से साधु-संतों ने शोभायात्रा निकाली। मंडलायुक्त आरपी सिंह ने कहा कि पावन धरा पर जन-जन के राम का पवित्र स्थल है। गोस्वामी तुलसीदास रचित रामायण पूरे विश्व में प्रसारित है। अधर्म पर धर्म, असत्य पर सत्य का उद्देश्य दिया। भगवान राम साढे 11 वर्ष पवित्र धरती में वनवास किया है। सब दिन बसत प्रभु सिया लखन समेत- कि पंक्ति श्रीराम के वनवास का सांस्कृतिक समृद्धि है।

दूसरी कडी में रामायण कांक्लेव 2023 चित्रकूट से शुरु किया जा रहा है। इसके पहले 16 शहरों में राष्ट्रपति ने शुरु किया था। 25 मार्च को इसका समापन अयोध्या में भव्यता के साथ होगा। उन्होंने "रामायण चित्र वीथिका" पुस्तक का विमोचन भी किया। विशिष्ट अतिथि डीआईजी डाॅ विपिन कुमार मिश्र ने कहा कि रामायण कांक्लेव के आरम्भ होने का ये परिसर साक्षी है। गोस्वामी तुलसीदास रचित रामायण अपने-अपने क्षेत्र व भाषा में लोग पढते हैं। गोस्वामी जी बहुत बडे संत के साथ वह कोतवाल भी थे। समय की राजनीति के हिसाब से जो लिखा सर्वकालिक रुप में रहेगा। चित्रकूट में जब भगवान राम वनवास को आये थे तो उन्हें मनाने को भरत जी आये थे। जनता के बीच राम के त्याग को रेखांकित किया। सीडीओ अमृतपाल कौर ने आयुक्त व डीआईजी समेत अधिकारियों व साधु-संतों तथा आम जनता के प्रति धन्यवाद ज्ञापित किया। अयोध्या शोध संस्थान के निदेशक लवकुश द्विवेदी ने अतिथियों के प्रति आभार जताते हुए कहा कि इसका शुभारम्भ चित्रकूट में हुआ है, 25 मार्च को अयोध्या में समापन होगा। इसका उद्देश्य अधिक से अधिक युवा पीढियों को जोडने का कार्य किया जा रहा है।

जिलाधिकारी अभिषेक आनन्द व पुलिस अधीक्षक श्रीमती वृन्दा शुक्ला ने मंडलायुक्त व डीआईजी को मोमेन्ट भेंट किया। क्षेत्रीय पर्यटन अधिकारी अनुपम श्रीवास्तव ने साधु-संतों व अतिथियों को रामनामी एवं श्रीफल भेंटकर स्वागत किया। संचालन जगद्गुरु रामभद्राचार्य दिव्यांग विश्वविद्यालय के गोपाल मिश्र ने किया। इस मौके पर निर्मोही अखाड़ा के महंत दीनदयाल दास, भरत मिलाप के महंत राममनोहर दास, खाकी अखाड़ा के रामजन्म दास, बाल्मीकि आश्रम के महंत भरत दास, ग्वालियर के संत श्रीजी रमन योगी महाराज, मत्स्यगयेंद्रनाथ मंदिर के प्रदीप दास, तुलसी गुफा के मोहित दास समेत अन्य साधु-संत मौजूद रहे। कार्यक्रम में जगदगुरू रामभद्राचार्य दिव्यांग विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो योगेश चंद्र दुबे, उप जिलाधिकारी राजबहादुर, पुलिस क्षेत्राधिकारी हर्ष पांडेय, मुख्य चिकित्सा अधिकारी भूपेश द्विवेदी, जिला विकास अधिकारी आरके त्रिपाठी, परियोजना निदेशक ऋषिमुनि उपाध्याय, जिला विद्यालय निरीक्षक देवेंद्र स्वरूप, अधिशाषी अधिकारी लालजी यादव समेत संबंधित अधिकारी तथा कर्मचारी मौजूद रहे।

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