यह सुदर्शन का चक्र ही है जो आतंकी और आतंकियों के आका जाकिर नाईक को पूरे दुनिया में कहीं भी ठौर नहीं मिल रही है। इस देश में तथाकथित सेकुलरिज्म के आड़ में और वामपंथी छत्रछाया में जिस प्रकार उसने आतंक को मंच सजाकर बांटा था उसका प्रतिकार सुरेश चव्हाणके जी ने पहले पत्रकार की हैसियत से किया और घोर तुष्टीकरण के समय में भी उसके कुकर्म दुनिया के आगे रखें। अब वही प्रयास दिखा रहे हैं अपना सार्थक असर और उस भगोड़े आतंकी जाकिर नायक को दुनिया के हर देश से मिल रही है तो सिर्फ निराशा और सजा।
ध्यान देने योग्य है कि भारत से भागकर खाड़ी देश में, फिर खाड़ी देशों से भागकर मलेशिया आदि जगहों पर छुप छुप कर रह रहा दुर्दांत जाकिर नाइक अब ब्रिटेन से भी पा रहा है अपने को कुकर्मों की सजा...इस्लामिक उपदेशक की आड़ में आ आजिहादी जाकिर नाइक के स्वामित्व वाले टेलीविजन चैनल पीस टीवी और पीस टीवी उर्दू के खिलाफ ब्रिटेन में सख्त एक्शन लिया गया है। दोनों चैनलों पर तीन लाख पाउंड (2.75 करोड़ रुपए) का जुर्माना लगाया गया है। भारत से फरार नाइक के चैनलों पर यह जुर्माना नफरत फैलाने वाले भाषणों को प्रसारित करने और बार-बार चैनलों के माध्यम से हत्या के लिए उकसाने के लिए लगाया गया है। पीस टीवी और पीस टीवी उर्दू जूर्माना यूके के मीडिया वॉचडॉग ऑफकॉम की ओर लगाया गया है जो कि देश में संचार सेवाओं का नियामक है।
अब तक मिली जानकारी के अनुसार लॉर्ड प्रोडक्शंस लिमिटेड के मालिक हक वाले पीस टीवी पर 1 लाख पाउंड का जुर्माना लगा है जबकि जबकि क्लब टीवी जिसके पास पीस टीवी उर्दू का लाइसेंस है, उसपर 2 लाख पाउंड का जुर्माना लगाया गया। इस बेहद कड़े फैसले के बाद ए माना जा रहा है कि आतंकी जाकिर नाइक के खिलाफ यूरोपीय देशों की भी कड़ी कार्यवाही जल्द ही संभावित है और उसके कुकृत्य पर यूरोप के देश कड़ी नजर रखे हुए हैं। यह भी साबित हुआ है कि आतंकी जाकिर नायक के खिलाफ सुदर्शन न्यूज़ के 11 दावे शत प्रतिशत सत्य है जिन पर तत्कालीन भारत के तथाकथित सेकुलर ब्रिगेड को बहुत ज्यादा आपत्ति थी।
ध्यान देने योग्य ये भी है कि आतंकी जाकिर नायक के पोल खोल अभियान में सुरेश चौहान जी को नात शरीफ भारी आर्थिक नुकसान का सामना करना पड़ा था बल्कि उन्हीं के सुरक्षा आदि को लेकर कई बार गंभीर संकट खड़े हुए थे क्योंकि उनको लगातार देश विदेश के अलग-अलग कोणों से प्राणघातक धमकियां मिल रही थी लेकिन यह धमकियां सुरेश जी के मनोबल को जरा सा भी कम नहीं कर पाए और उन्होंने इस आतंकी को दुनिया के आगे बेनकाब कर ही दिया।
ब्रिटेन के मीडिया वॉचडॉग के एक बयान में कहा, 'आज हमारे प्रसारण नियमों को तोड़ने के लिए ऑफकॉम ने पीस टीवी उर्दू (2 लाख पाउंड) और पीस टीवी (1 लाख पाउंड) के लाइसेंस धारकों पर जुर्माना लगाया है।' बयान में आगे कहा गया, 'हमारी जांच में पाया गया कि पीस टीवी उर्दू और पीस टीवी पर प्रसारित कार्यक्रमों में नफरत भरे भाषण और अत्यधिक आपत्तिजनक कंटेंट था। इस कंटेंट में अपराध के लिए उकसाने की संभावना थी।'