प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सुरक्षा में चूक अब धीरे-धीरे आग की तरह तुल पकड़ रहा है। बुधवार को पंजाब के फिरोजपुर रैली को संबोधित करने जा रहे पीएम मोदी के रास्ते में यूँ अचानक प्रदर्शकारियों द्वारा रास्ता रोकना कोई मामूली बात नही है। इस विषय पर सवाल यह पैदा होता है कि आखिर प्रदर्शनकारियों को पीएम मोदी को जाने के लिए तय किए गए रास्ते के बारे में कैसे पता चला? प्रदर्शनकारियों का कहना है कि उन्हें पीएम मोदी के रूट के बारे में पहले से पता था। तो आखिर उन्हें किसने दी ये जानकारी?
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के फिरोजपुर पहुंचने का रूट लीक किए जाने की पुष्टि हो गई थी। रूट के बारे में प्रदर्शनकारियों को पहले ही पता चल चुका था। इसके बाद उन्होंने बगल के गांव प्यारेआणा में स्पीकर से अनाउंसमेंट कर भीड़ इकट्ठी की और पूरी रोड जाम कर दी। तब तक कई किसान संगठन भी वहां आ चुके थे। पहले वह सिर्फ रैली में जा रही भाजपा वर्करों की बसों को रोक रहे थे। यह बात प्रदर्शनकारियों ने खुद कैमरे के सामने मानी है, जिनके वीडियो मीडिया में वायरल हो रहे हैं।
इतना ही नहीं, अब एक और वीडियो सामने आया है, जिसमें PM के रूट पर तैनात पुलिसकर्मी भी भीड़ को हटाकर रास्ता खाली कराने के बजाए प्रदर्शनकारियों के साथ ही चाय की चुस्कियां लेते दिखाई दे रहे हैं। इससे पंजाब सरकार और पंजाब पुलिस की नीयत पर सवाल खड़े हो गए हैं।
आपको बता दें कि PM मोदी के रूट पर प्रदर्शन करने वाले व्यक्ति ने कहा कि हमने पुल जाम कर रखा था। हमने भाजपा वर्करों के काफिले को रोक लिया। इसके बाद जैसे ही हमें पता चला कि प्रधानमंत्री बठिंडा रोड से मोगा हाइवे पर इस रूट से आ रहे हैं तो हमने तुरंत नजदीकी गांव प्यारेआणा के स्पीकरों से आवाज दी कि PM यहां से आ रहे हैं। इसके अलावा सबको मैसेज भेजकर बुलाया गया। जिसके बाद हमने ट्रॉली लगाकर फ्लाई ओवर को पूरी तरह जाम कर दिया। इसके बाद PM मोदी को वहां से वापस लौटना पड़ा।