26 नवंबर 1949 को संविधान सभा ने भारत के संविधान को अंगीकार किया था, जिसके उपलक्ष्य में 26 नवंबर को संविधान दिवस मनाया जाता है. संविधान दिवस मनाने की शुरुआत साल 2015 में हुई थी.
संविधान दिवस समारोह में पीएम मोदी ने कहा, ‘1949 में यह आज का ही दिन था जब स्वतंत्र भारत ने अपने लिए एक नई भविष्य की नीव डाली थी. इस बार का संविधान दिवस इसलिए भी खास है, क्योंकि भारत ने अपने आज़ादी के 75 साल पूरे किए हैं.’
उन्होंने इस अवसर पर मुंबई आतंकी हमले (2008) को भी याद किया, जिसकी आज 14वीं बरसी है. इस हमले में जान गंवाने वाले लोगों को श्रद्धांजलि देते हुए पीएम मोदी ने कहा, ’14 साल पहले जब भारत अपने संविधान और अपने नागरिकों के अधिकारों का पर्व मना रहा था, उसी दिन मानवता के दुश्मनों ने भारत पर सबसे बड़ा आतंकवादी हमला किया था.’
पीएम ने कहा, ‘दुनिया भारत को बहुत उम्मीदों से देख रही है. भारत को लेकर पहले आशंका जताई जाती थी कि वो अपनी आजादी बरकरार नहीं रख पाएगा. आज वही देश पूरी सामर्थ्य से अपनी सभी विविधताओं पर गर्व करते हुए यह देश आगे बढ़ रहा है.’
उन्होंने कहा, ‘हमारे संविधान निर्माताओं ने हमें एक ऐसा संविधान दिया है, जो ओपेन और फ्यूचरिस्टिक है तथा अपने आधुनिक विजन के लिए जाना जाता है. इसलिए स्वाभाविक तौर पर हमारे संविधान की स्पिरिट यूथ सेंट्रिक है.’