जब पूरा 'हिन्दुस्तान' सो रहा था तब सात समुन्दर पार भारत के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी भारत के 'बिज़नेस मॉडल' को मज़बूत करने और भारत के लिए आर्थिक उपलब्धिया ढूंढने की कोशिश कर रहे थे। अमेरिका दौरे पर गए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी न सिर्फ विश्व के उच्चतम राजनेताओ बल्कि हर उस व्यक्ति से मुलाक़ात कर रहे है, जिससे भारत को आर्थिक और मानसिक मदद मिल सके।
इसी कड़ी में प्रधनमंत्री मोदी, अमेरिका के शीर्ष CEOs से मुलाक़ात की, जिसमें 5 CEO में दो भारतीय अमेरिकी हैं. पीएम ने एडोब से शांतनु नारायण, जनरल एटॉमिक्स से विवेक लाल, क्वालकॉम के क्रिस्टियानो आमोन, फर्स्ट सोलर के मार्क विडमार और ब्लैकस्टोन के स्टीफन ए श्वर्ज़मैन से मुलाकात की.
बैठक के अहम मायने
आपको बता दें कि अमोन के साथ मोदी की यह बैठक काफी महत्वपूर्ण है, क्योंकि भारत में 5G टेक्नोलॉजी को तेजी से अपनाने पर जोर दिया जा रहा है. भारत इस हाई टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में विश्वसनीय भागीदारों से निवेश की उम्मीद करता है जो सुरक्षित नेटवर्क दे सकते हैं. इस बैठक के बाद उम्मीद की जा रही है कि ऐसी हाई-लेवल बैठकें तकनीकि क्षेत्र में भारत के लिए बड़े निवेश का मार्ग प्रशस्त करेंगी. यह तकनीकि देश की आगामी पीढ़ियों को बेहतर नेटवर्किंग सेवाएं प्रदान करने में मदद करेगी.
पीएलआई स्कीम पर की चर्चा
क्वालकॉम के सीईओ क्रिस्टियानो अमोन से बैठक के दौरान, भारत के दूरसंचार और इलेक्ट्रॉनिक्स क्षेत्र में पेश किए गए निवेश के अवसरों के विषयों पर चर्चा की गई। इसमें इलेक्ट्रॉनिक्स सिस्टम डिजाइन एंड मैन्युफैक्चरिंग (ESDM) के लिए हाल ही में लॉन्च की गई प्रोडक्शन लिंक्ड इंसेंटिव स्कीम (PLI) के साथ-साथ भारत में सेमी-कंडक्टर सप्लाई चेन के विकास शामिल हैं। इसके अलावा इस बैठक में भारत में स्थानीय नवाचार पारिस्थितिकी तंत्र के निर्माण की रणनीतियों पर भी चर्चा की गई।