हिन्दू -मुस्लिम राजनीति के प्रखर प्रहरी और मुस्लिमो में तुष्टिकरण करने वाले, और खुद को इस्लाम का 'ब्रांड-एम्बैसडर' बताने वाले AIMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने इस बार उत्तर प्रदेश की चुनावी रणनीति में उतरने का फैसला किया है। AIMIM चीफ ने एलान किया है की इस बार उत्तर प्रदेश में उनकी पार्टी बड़ी कामयाबी हासिल करेंगी। चुनावी सरगर्मियों के मद्देनजर ओवैसी भी यूपी दौरे में लगे हुए है, और यूपी की जनता को लुभाने का हरसम्भव प्रयास कर रहे है।
इसी कड़ी में एआईएमआईएम चीफ आज गुजरात जाकर यूपी के मुस्लिम वोटरों को खुस करने के प्रयास में थे,लेकिन उनके इस 'एजेंडे' पर साबरमती जेल प्रशासन ने पानी फेर दिया।
आज गुजरात दौरे पर ओवैसी
ओवैसी आज सोमवार को एक दिन के गुजरात दौरे पर जाने वाले थे. बताया जा रहा था कि वे यहां मुस्लिम समाज के नेताओं, सामाजिक संस्थाओं के पदाधिकारियों से मिलेंगे.इस दौरान उनका अहमदाबाद की सेंट्रल जेल में बंद उत्तर प्रदेश के माफिया डॉन अतीक अहमद के साथ मुलाकात का भी कार्यक्रम था.लेकिन अब जेल प्रशासन ने अनुमति देने से इनकार कर दिया.
अतीक और उसकी पत्नी AIMIM में शामिल
यूपी विधानसभा चुनाव से पहले बढ़ती सियासी सरगर्मी के बीच पूर्व सांसद अतीक अहमद और उनकी पत्नी आज असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी AIMIM में शामिल हो गए हैं। लखनऊ में ओवैसी की मौजूदगी में अतीक की पत्नी 'शाइस्ता परवीन' ने अपनी और अतीक की ओर से भी सदस्यता ली। ओवैसी बोले अतीक पर अभी मुकदमे चल रहे हैं किसी भी मामले में दोष साबित नहीं हुआ। उन्होंने कहा कि एडीआर की रिपोर्ट बताती है कि भाजपा में सर्वाधिक विधायकों और सांसदों पर आपराधिक मुकदमे हैं।
कांग्रेस ओवैसी को बता चुकी है भाजपा की B-टीम
गुजरात कांग्रेस के विधायक ग्यासुद्दीन शेख ने इस मुलाकात पर सवाल उठाए थे. उन्होंने कहा, ओवैसी भाजपा की बी टीम हैं. वे मुस्लिमों का वोट बांटने की कोशिश करते है। उन्होंने अतीक और ओवैसी की साबरमती जेल में होने वाली मुलाक़ात पर सवाल उठाते हुए ये भी कहाँ था कि-" ऐसे किसी 'हाई-प्रोफाइल' अपराधी से मिलने के लिए केंद्र सरकार, राज्य सरकार और गृह मंत्रालय की अनुमति की आवश्यकता होती है, बिना अनुमति के कोई किसी से नहीं मिल सकता, यदि ओवैसी इतनी ताल थोक के मिलना चाह रहे है तो जरूर उन्होंने कोई आपसी सांठ-गाँठ जरूर की होंगी'.
5 बार विधायक भी रह चुका है अतीक !!...
आपको बता दें कि, बाहुबली सासंद अतीक अहमद पहले ही 5 बार विधानसभा का चुनाव लड़ चुका हैं और 5 बार विधायक भी रह चुका हैं। साल 2004 में एक बार सांसद रहा हैं। दो बार समाजवादी पार्टी में शामिल हो चुका हैं। साथ ही दो बार डॉ. सोनेलाल पटेल द्वारा शुरू किए गए अपना दल में भी रह चुका हैं। फिलहाल मौजूदा समय में उसका परिवार किसी भी पार्टी में नहीं था। गौरतलब है कि विधानसभा चुनाव से ठीक पहले समाजवादी पार्टी ने अतीक अहमद को बाहर का रास्ता दिखा दिया था।उसे साल 2017 के विधानसभा चुनाव में पार्टी ने टिकट नहीं दिया गया था।