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हैदराबाद दोहरा दिया गया UP में.. पुलिस के 8 वीरों का एक और हत्यारा पुलिस कस्टडी से भागते हुए ढेर.. था ट्रांजिट रिमांड पर

उत्तर प्रदेश पुलिस की STF विंग के हाथों ढेर हुआ दुर्दांत प्रभात.

Rahul Pandey
  • Jul 9 2020 9:04AM

ठीक यही सब कुछ कुछ समय पहले हैदराबाद में हुआ था जब हैदराबाद की पुलिस ने बलात्कारियों को साइट पर ले जाकर के भागने की कोशिश करते हुए मार गिराया था। उस समय हैदराबाद पुलिस को फूल माला के साथ में राष्ट्र नायक की उपाधि मिली थी। उस समय बलात्कारियों ने एक महिला के साथ में जो कुकृत्य किया था उससे पूरा देश सिहर उठा था । इस बार का भी कुकृत्य कुछ कम नहीं था क्योंकि इस बार अपराधियों ने सीधे-सीधे एक प्रदेश की सत्ता को चुनौती दी थी और वह भी भारत के सबसे दृढ़ प्रतिज्ञ माने जाने वाले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सत्ता।

विकास दुबे ने भले ही उत्तर प्रदेश के 8 वीरों का बलिदान लेकर खुद को अपराध जगत में चमकने की पूरी कोशिश की रही हो लेकिन उनको यह कोशिश इतनी भारी पड़ेगी शायद उन्होंने तो क्या अपराध जगत से जुड़े किसी भी अपराधी ने यह नहीं सोचा रहा होगा। उत्तर प्रदेश पुलिस के कानपुर बल के डीएसपी सहित आठ वीर बलिदानी पर हमले के सभी गुनहगारों को एक-एक करके जिस प्रकार से दंड मिल रहा है वाह निश्चित तौर पर उत्तर प्रदेश की है सत्ता का अपराधियों में अभूतपूर्व भय भरने के लिए पर्याप्त है।

अपनी जान बचाने के लिए दर-दर भटक रहे विकास दुबे की एक एक साथी को पुलिस चुन-चुन कर मार रही है। जहां सुबह इटावा से खबर आई थी कि रणवीर नाम के एक अपराधी को इटावा पुलिस ने आमने-सामने की मुठभेड़ में मार गिराया है तो वही अब यह खबर आ रही है कि फरीदाबाद में सरेंडर प्रभात कोएसटीएफ की गोलियों का शिकार होना पड़ा है।

मिल रही जानकारी के अनुसार फरीदाबाद में पकड़े गए अपराधी प्रभात को ट्रांजिट रिमांड पर ला रही उत्तर प्रदेश पुलिस की एसटीएफ विंग का वाहन रास्ते में पंचर हुआ था और उस पंचर वाहन से अपराधी प्रभात कूदकर भागने की कोशिश करने लगा। पुलिस ने प्रभात को बार-बार रोकने की चेतावनी दी और उसका दौड़ते हुए पीछा किया लेकिन प्रभात नहीं माना और वह भागता रहा। जब पुलिस को यह लगा कि प्रभात कहीं भागने में सफल ना हो जाए तब पुलिस ने अंतिम विकल्प के रूप में प्रभात के पैरों में गोली माननी चाही लेकिन ऐन मौके पर प्रभात में अपने शरीर को मोड़ा और वह गोली उसके ऐसे स्थान पर लगी जहां से उसके प्राण पखेरू उड़ गए । इसी के साथ अंत हुआ एक और दुर्दांत अपराधी का जिसने दुस्साहस की सभी सीमाओं को पार करते हुए उत्तर प्रदेश के पुलिस बल पर हमला किया था।

इस घटना पर पुलिस सूत्रों के अनुसार मिल रही जानकारी इस प्रकार है-

कानपुर पुलिस की टीम फ़रीदाबाद में गिरफ़्तार कानपुर पुलिस हत्याकांड में शामिल एवम् कुख्यात विकास दुबे का निकट सहयोगी ख़तरनाक अभियुक्त प्रभात मिश्रा निवासी बिकरु थाना चौबेपुर  को ट्रैंज़िट रिमांड पर लेकर कानपुर आ रही थी और एसटीफ की टीम इस्कॉर्ट कर रही थी तब पनकी थाना क्षेत्र में गाड़ी पंक्चर होने पर मौक़ा पाकरअभियुक्त प्रभात द्वारा पुलिस की पिस्टल छीनकर भागने का प्रयास किया गया और पुलिस पार्टी पर अंधाधुंध फ़ायर किया गया जिसमें एसटीफ के दो आरक्षी गम्भीर रूप से घायल हो गये।

पुलिस पार्टी द्वारा आत्मरक्षार्थ किए गए फ़ायर में बदमाश प्रभात घायल हो गया जिसे उपचार हेतु अस्पताल ले ज़ाया गया।
उल्लेखनीय है कि कल फ़रीदाबाद पुलिस ने प्रभात को 2 अन्य लोगों के साथ गिरफ़्तार किया था और इसके पास से 4 पिस्टल और 44राउंड्ज़ बरामद हुए थे जिसमे से 9mm की 2 पिस्टल बिकरु से पुलिस से लूटी हुई थी।

 

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