दिल्ली का रेड लाइट एरिया GB रोड जहाँ तकरीबन 30 से अधिक कोटों पर 2000 से ज्यादा सेक्स वर्कर्स काम रहती हैं । इनका जीवनयापन देह व्यापार से होता है ।
अब दिल्ली विधिक प्राधिकरण और कमला मार्किट पुलिस ने देह व्यापार के दल दल में फंसी तकरीबन 200 महिलाओं ने इस निन्दित कार्य को छोड़ने का साहस दिखाया । इसके लिए कानून और पुलिस ने मिलकर एक कार्यशाला की शुरुआत की है । इस कार्यशाला में जहां DLSA इनको इनको वापिस सभ्य समाज में लाने के लिए कानूनी मदद देगा वहीँ दिल्ली पुलिस इनको जीवन यापन के गुर सिखाएगी ।
अब कमला मार्किट पुलिस इनको रंग बिरंगे दिए सजाना सिखा रही है । दिल्ली पुलिस इनके द्वारा तैयार किये सामान की खरीदार ख़ुद बनेगी जिससे इनको प्रोत्साहित किया जा सके और इनको देह व्यापार से हटा कर आत्म निर्भर बनाया जा सके ।
सेंट्रल दिल्ली उपायुक्त संजय भाटिया ने अपने सम्बोधन में साफ साफ चेतावनी देते हुए कहा कि नाबालिग लड़कियों से या किसी महिला से जबरन देह व्यापार करवाने वालों को बक्शा नही जाएगा । यदि कोठों पर तहखाने बने हों तो उन्हें तोड़ दिए जाएं । किसी भी महिला का शोषण किया जा रहा हो उसकी सूचना 112 नंबर पर अथवा थाना इंचार्ज को बिना भय के दें उनकी पहचान गुप्त रखी जायेगी । सूचना देने वाले को नकद इनाम दिया जाएगा । जीबी रोड के हर कोठे की दीवारों पर पुलिस अधिकारियों के नम्बर चस्पा दिए गए हैं ।
वहीं दिल्ली विधिक सेवा प्राधिकरण यानि DLSA के तरफ के जज और वकील भी आगे आये हैं । प्राधिकरण के सचिव गौतम मनन जो न्यायविद है उन्होंने कहा कि " समाज द्वारा शोषित उपेक्षित इन महिलाओं को न्याययिक प्रकिया के अंतर्गत अपने अधिकारों को पाने के लिए सहायता पा सकती हैं । इसके लिए रेड लाइट एरिया में तीन दिन का शिविर आयोजित किया गया है" ।