सुदर्शन के राष्ट्रवादी पत्रकारिता को सहयोग करे

Donation

जनता कर रही "देवताओं के खिलाफ और तबरेज के साथ" वाले पुलिस अधिकारी को बर्खास्त करने की मांग

एक ऐसा पुलिस अधिकारी जिसके मन मे कूट कूट कर भरा है हिंदू समाज के लिए जहर..

Rahul Pandey
  • Jul 24 2020 4:54PM

बाकायदा तमाम हरकतों की खबर बनाकर उनके तथ्यों को स्क्रीनशॉट के साथ प्रस्तुत करके सुदर्शन न्यूज़ ने सितंबर 2019 में ही इटावा के तत्कालीन पुलिस प्रमुख संतोष कुमार मिश्रा के आगे यह तथ्य रखा था कि उनके जिले में तैनात सब इंस्पेक्टर विजय प्रताप मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ , प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी,  उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत,  हिंदू और हिंदुत्व,  सवर्ण हिंदू, हिन्दू देवी देवता आदि को खुलेआम अपमानित कर रहा है। 

इस मामले में एडीजी कानपुर ने उस समय जांच करके कार्यवाही के निर्देश दिए थे लेकिन किसी क्षेत्र अधिकारी को जांच सौंप देने के बाद उस जांच का क्या हुआ यह आज तक किसी को नहीं पता। जनपद इटावा की कमान वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक आकाश तोमर के हाथों में आने के बाद ना सिर्फ जिले के अपराधियों की लिस्ट बनी बल्कि उन पुलिसकर्मियों का भी एक-एक करके नंबर लगा जो पुलिस विभाग के नियम और कानूनों की खुलेआम अवहेलना कर रहे थे। निश्चित रूप से आकाश तोमर की कार्यवाही जनता की नजर में सराहना की पात्र हैं पर जनता में ही कहीं ना कहीं इस बात की पीड़ा जरूर है कि इससे पहले के अधिकारियों ने सब इंस्पेक्टर विजय प्रताप पर ऐसी कार्यवाही क्यों नहीं की।

खाकी वर्दी पहन कर कंधे पर 2 स्टार लगाते हुए दरोगा विजय प्रताप के कारनामे भीम आर्मी के मुखिया रावण से कम किसी भी हाल में नहीं थे। नेम प्लेट के नीचे अंबेडकर की फोटो लगाने के साथ-साथ गले में बहुजन समाज पार्टी का प्रतीक नीला पट्टा पहनने के साथ ही उनकी बाइक पर एक पार्टी विशेष का लगने वाला झंडा व बाइक के आगे वह सब लिखा रहता था जो पुलिस नियमावली में किसी भी रूप में सही नहीं माना जा सकता। लगातार सवाल हिंदुओं को अपमानित करने का यह कृत्य करते हुए सब इंस्पेक्टर विजय प्रताप के मनोबल भी बुलंदी पर थे क्योंकि उसे लगा था कि नए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक आकाश तोमर भी शायद उसके विरुद्ध एक्शन ना लें। लेकिन उसकी सोच आखिरकार गलत साबित हुई और उस पर विभागीय जांच शुरू हो चुकी है।

कोविड-19 के दौरान लगे लॉकडाउन में ड्यूटी के वक्त सब इंस्पेक्टर विजय ने थाना क्षेत्रान्तर्गत एक गांव के अंदर गांव के लोगों के साथ मीटिंग कर हिन्दू देवी-देवताओं के विरुद्ध आपत्तिजनक एवं भडकाऊ भाषा का प्रयोग करते हुए उनकी मूर्ति खंडित करने का प्रयास किया था. जिसके संबंध में थाना सहसो पर इनके विरुद्ध अभियोग भी पंजीकृत किया गया था. कचहरी परिसर में मारपीट साथ ही सब इंस्पेक्टर विजय इटावा में होने वाले राजनीतिक धरना प्रदर्शनों में भी लगातार भाग लेता रहा है. इन अनुशासनहीन कृत्यों के कारण सब इंस्पेक्टर वर्तमान में निलंबित चल रहा है . यही नहीं गुरुवार को सब इंस्पेक्टर विजय प्रताप द्वारा कचहरी परिसर में जाकर अपने अधिवक्ता के साथ गाली गलौच कर मारपीट की गई है, जिसके संबंध में में सब इंस्पेक्टर के विरुद्ध थाना सिविल लाइन पर अभियोग पंजीकृत कर कानूनी कार्रवाई की जा रही है. विजय की पुलिस कप्तान कार्यालय के सामने वकीलों ने जमकर ज़मीन पर गिरा गिराकर पिटाई कर डाली. वह अपने निलंबन के केस के मामले में अपने वकील के पास आया था जहां पर उसके और वकील में किसी बात को लेकर कहासुनी हो गई, जिसके बाद 10-15 वकीलों ने उसकी जमकर पिटाई कर दी. करीब 5 मिनट तक चले इस घटनाक्रम के बाद दरोगा विजय प्रताप ने भाग कर खुद को बचाया..

 

सहयोग करें

हम देशहित के मुद्दों को आप लोगों के सामने मजबूती से रखते हैं। जिसके कारण विरोधी और देश द्रोही ताकत हमें और हमारे संस्थान को आर्थिक हानी पहुँचाने में लगे रहते हैं। देश विरोधी ताकतों से लड़ने के लिए हमारे हाथ को मजबूत करें। ज्यादा से ज्यादा आर्थिक सहयोग करें।
Pay

ताज़ा खबरों की अपडेट अपने मोबाइल पर पाने के लिए डाउनलोड करे सुदर्शन न्यूज़ का मोबाइल एप्प

Comments

ताजा समाचार