इनपुट-श्वेता सिंह, लखनऊ
घर में यदि कोई बीमार पड़ जाए तो तीमारदार को कितनी मशक्कत करनी पड़ती है ये तो सब जानते हैं लेकिन अगर मरीज को इलाज के लिए किसी दूसरे जिले में ले जाना पड़े तो तीमारदार के लिए ठहरने का इंतजाम करना नाकों चने चबाने के बराबर होता है।
नगर निगम ने किया इंतजाम -
ऐसी परिस्थिति में तीमारदार होटल या किसी रिश्तेदार या मित्र के घर ठहरता है लेकिन अब राजधानी लखनऊ में इलाज के लिए आने वाले लोगों को ऐसी समस्या से दो चार नहीं होना पड़ेगा। राजधानी में प्रदेश भर से इलाज के लिए आने वाले तीमारदारों को अब ठहरने के लिए नगर निगम 150 रुपये रोज पर दो कमरों का फ्लैट किराए पर देगा।
यहां बनाए गए हैं फ्लैट-
बता दें लखनऊ में एसजीपीजीआई, केजीएमयू, राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान और मेदांता जैसे बड़े चिकित्सा संस्थानों में अन्य प्रदेशों से भी मरीज इलाज के लिए आते हैं। ऐसे में साथ में आए हुए तीमारदारों के ठहरने की समस्या को देखते हुए केंद्र सरकार की डीएचपी योजना में आशियाना क्षेत्र में बिजनौर क्रॉसिंग के थोड़ा आगे शहीद पथ से पहले ही औरंगाबाद जागीर गांव में 40 फ्लैट बनाए गए हैं।
ऐसे होगा रजिस्ट्रेशन-
नगर आयुक्त अजय द्विवेदी ने जानकारी दी कि यह भारत सरकार की योजना है। फ्लैट के लिए पंजीकरण की ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरह की सुविधा बनाई जा रही है। पंजीकरण के लिए यह माना जा रहा है कि सरकारी लॉज-गेस्ट हाउस की तरह ही सामान्य शर्तें रहेंगी।