जब देश में आयुर्वेद और एलोपैथी कोरोना के खिलाफ एक निर्णायक लड़ाई लड़ रहे हैं, तब होम्योपैथी भी कोविड के खिलाफ बगैर किसी खास चर्चा के शांत भाव से संघर्ष कर रही है। होम्योपैथी की ताकत को सुदर्शन न्यूज़ ने जाना समझा है और हमने इस पैथी को न सिर्फ अपना समर्थन दिया बल्कि इस पैथी के विशेषज्ञ डॉक्टरों की रिसर्च और इलाज को जन जन तक पहुचाया भी था।
सुदर्शन की मुहिम को मिला यूपी सरकार का समर्थन -
योगी सरकार ने अब होम्योपैथी के डॉक्टरों को भी कोरोना मरीजों के इलाज की जो अनुमति दी है उसके पीछे भी सुदर्शन न्यूज़ की मुहिम का असर साफ साफ दिख रहा है क्योंकि इस चिकित्सा पद्धति द्वारा कोरोना मरीजों के इलाज की आवाज़ उठाने वाला सुदर्शन न्यूज़ एकमात्र न्यूज़ चैनल रहा है। न सिर्फ हमने होम्योपैथिक के विशेषज्ञ डॉक्टरों के आग्रह को प्रदेश के मुखिया योगी आदित्यनाथ तक पहुचाया था बल्कि होम्योपैथिक दवाओं और डॉक्टरों की सेवाओं को भी एक अभियान के तहत निःशुल्क मरीजो तक पहुचाने का भी काम किया था।
"बिंदास बोल" ने होम्योपैथी की खासियत, क्षमताओं औऱ संभावनाओं को जन जन तक पहुचाया -
होम्योपैथिक एक पूर्ण वैज्ञानिक चिकित्सा पद्धति होने के बावजूद कोरोना के खिलाफ लड़ाई में अग्रणी नही अपितु अंतिम और आखिरी मोर्चे पर था। यह बात सुदर्शन न्यूज़ के सीएमडी सुरेश चव्हाणके को अखर रही थी। उन्होंने न सिर्फ विशेष कार्यक्रमों के जरिये होम्योपैथी की खासियत, क्षमताओं औऱ संभावनाओं को जन जन तक पहुचाया बल्कि प्रदेश के मुखिया योगी आदित्यनाथ से हुई वार्ता में भी प्रमुखता से उठाया। इन्ही सब सकारात्मक गतिविधियों का परिणाम रहा है कि यूपी के आयुष मंत्रालय ने होम्योपैथिक डॉक्टरों द्वारा कोरोना मरीजों का इलाज किये जाने को लेकर एक विस्तृत गाइड लाइन जारी की है। जिसके बाद अब होम्योपैथी भी कोरोना के खिलाफ लड़ाई में अपनी अग्रणी पंक्ति की भूमिका का निर्वहन करेगी।
कोविड मरीजों को मिलेगी ये दवाएं -
आयुष मंत्रालय ने होम्योपैथिक चिकित्सकों को लक्षण विहीन व शुरुआती लक्षण वाले मरीजों को देखने के लिए कहा है। जो मरीज होम आइसोलेशन में है उन्हें भी होम्योपैथिक चिकित्सक देख सकते हैं। इन मरीजों को आरसेनिकम एलबम 30C की चार गोली दिन में 2 बार 7 दिन तक देनी होगी। इसी प्रकार हल्के लक्षण वालों को एकोनिटम, नेपोलेस, बेलाडोना, बरयोनिया एलबा, फस्फोरकीम समेत तमाम दवाएं दी जाएंगी।
गोरखपुर में बनाया गया पहला अस्पताल -
गोरखपुर के राजा हरिप्रसाद मल्ल होम्योपैथिक मेडिकल कॉलेज को पहला होम्योपैथिक कोविड अस्पताल बनाया गया है इसी तरह अन्य मेडिकल कॉलेजों को भी कोविड-19 का उपचार शुरू करने के निर्देश दिए गए हैं।