आपको बता दे की जून जुलाई माह मैं किसान नमी के लिए गने की फ़सल मे पटबन करते थे .चीनी मिल परि एरिया के लगभग 10 हज़ार एकड़ मे गने को जल जाम ने किसानो को दो साल का नुकसान किया हैं .
जल निकासी को लेकर हरित कार्ति जल निष्करण कार्यालय का अस्तापना 1979 मे गजेंद्र हिमांसु मंत्री ने किया था .जो राशि के नहीं आने के कारण 1998 मै मुख्यालय आ गया .
आज इसी कारण से किषक जो गने की खेती करते है जिले के बाहर के भी किसान मायुश हैं .अभी तक विधायक तेज प्रताप ने भी कोई सुद नहीं लिया .