अपने अखबारों व सोशल मीडिया में बार बार पढ़ा व सुना होगा कि वनों की कटान व जंगली जानवरों का शिकार नेपाल से आये शिकारियों द्वारा किया जाता है। ऐसे खबरें पहले अखबारों की सुर्खियां होती थी। सोशल मीडिया में वो तस्वीरें भी दिखाई जाती थी कि किस तरह से नेपाली शिकारी भारतीय जंगलों में मौजूद जानवरों का शिकार करते हैं और वन का कटान करते हैं। ये सब मामूली बातें हुआ करती थीं।
लेकिन जब कार्य करने व जानवरो से प्रेम करने का किसी में जज्बा हो तो किसी की क्या मजाल की वन संपदाओं की तरफ कोई आंख भी उठा कर देख लें।
ऐसे ही एक दिलेर व जाबाज़ वन क्षेत्राधिकारी अतुल श्रीवास्तव हैं जो वन संपदाओं के साथ ही जंगल में पाये जाने वाले सभी जीव जंतुओं से अधिक प्रेम करते हैं।
अतुल श्रीवास्तव उत्तर प्रदेश के जनपद बहराइच से सटी भारत नेपाल सीमा के रुपईडीहा वन रेंज के प्रभारी हैं। इनकी पहली पोस्टिंग रुपईडीहा रेंज में हुई है। यह वन रेज़ भारत नेपाल बॉर्डर से सटा है।
अतुल श्रीवास्तव ने सुदर्शन न्यूज़ से बातचीत के दौरान बताया कि मुझे वनों व जानवरों से बहोत प्रेम है। और अब सरकार ने उनकी रखवाली की जिम्मेदारी भी मुझे दी है तो कैसे कोई वनों का कटान कर सकता है।
उन्होंने कहा कि मेरे रेंज की वन संपदाओं को कोई छू भी नही सकता है। रखी बात नेपाल के शिकारियों की तो उनकी औकात नही की मेरे रेंज में प्रवेश कर सकें । मै दिन रात पूरे रेंज की खुद रखवाली करता हूँ।
कुछ लोगों ने हमसे कहा था कि पहले यहां नेपाल से आकर लोग वनों की कटान रातों में करते हैं। लेकिन जब से मै यहां आया हूँ किसी की हिम्मत नही की रेंज के एक पत्ते को भी नुक्सान कर सके । मेरे साथ साथ मेरे सारे अफसर रेंज की पूरी ईमानदारी से रखवाली करते हैं। अब यहां वनों के साथ जंगल की शोभा बढ़ा रहे जानवर व पंक्षी भी अपने आपको सुरक्षित महसूस कर रहे हैं।
आगे उन्होंने कहा कि वन संपदा से ही मानव जीवन चल रहा है। पर्यावरण को बचाने के लिए वनों को बचाना बेहद जरूरी है। इसके लिए सभी लोगों को जागरूक होकर वनों व जानवरों की सुरक्षा भी करनी चाहिए,अगर वन नही रहें तो मानव भी नही बचेगा।
आपको बता दें कि जब से रुपईडीहा रेंज में वन क्षेत्राधिकारी अतुल श्रीवास्तव की तैनाती हुई है तब से नेपाली शिकारियों में हड़कंप मचा हुआ है। नेपाल के शिकारी भारतीय जंगल की ओर मुड़ कर देखने मे भी उनके पसीने छूट जाते हैं। क्योंकि अब दिलेर फारेस्ट ऑफिसर इन वन संपदा की रखवाली कर रहा है।