नीमकाथाना :- बाघोली के नजदीक मणकसास गांव में वैध की आड़ में अवैध खदान का मामला जोर पकड़ता जा रहा है। ग्रामीणों का गुस्सा थमने का नाम नहीं ले रहा।
स्थानीय ग्रामीण अवैध तरीके से लीज आवंटित किए जाने, वैध की आड़ में अवैध खनन करने व हैवी ब्लास्टिंग के खिलाफ पिछले बारह दिनों से धरने पर बैठे है । लेकिन शासन-प्रशासन की ओर से अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई।
धरना-प्रदर्शन को बारह रोज हो जाने के बावजूद अभी तक धरना प्रदर्शन कर रहे ग्रामीणों की कोई सुनवाई नहीं हुई इस पर ग्रामीणों ने रोष जताया। पिछले बारह रोज से धरना- प्रदर्शन कर रहे ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि यदि शासन-प्रशासन की ओर से उनकी समस्याओं का कोई सुगम समाधान नहीं निकाला गया और मनमानी की गई तो जिला कलेक्टर कार्यालय के बाहर भी अब धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया जाएगा।
राजस्थान में खनन माफिया बेखौफ होकर मौज कर रहे हैं। पिछली सरकार में मंत्री पर खनन माफिया बनने के आरोप लग रहे थे। सरकार पर खान मंत्री को बचाने के आरोप लग रहे थे। वास्तव में जो अवैध खनन कर रहे हैं, वो पुलिस की सरपरस्ती में मस्त हैं। क्योंकि उनकी ओर किसी का ध्यान ही नहीं है। धरने पर बैठे स्थानीय ग्रामीण लीलाराम लोचिब ने आरोप लगाया कि प्रदेशभर में अवैध खनन आज भी धड़ल्ले से हो रहा है। सरकार, नेता, पुलिस और अधिकारियों के मजबूत गठजोड़ के चलते खनन माफिया के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हो रही है।
हैरानी की बात है कि राजस्थान में अवैध खनन सुर्खियों में रहने, सुप्रीम कोर्ट के द्वारा भी खनन पर टिप्पणी करने के बावजूद राजस्थान सरकार की आंखें इस ओर से बिल्कुल बंद हैं। बीते दिनों भरतपुर में अवैध खनन के खिलाफ साधु विजयदास बाबा का आत्मदाह बताता है कि अवैध खनन व हैवी ब्लास्टिंग से लोगों को कितनी परेशानी हो रही है। 551 दिन के धरना-प्रदर्शन के बावजूद सरकार की कुंभकर्णी नींद नहीं टूटी थी और अंतत: साधु को जान देकर बताना पड़ा कि अवैध खनन को हर हाल में रोका जाए।