इनपुट- श्वेता सिंह, लखनऊ
शिवावतारी एवं नाथपंथ के अधिष्ठाता गुरु गोरखनाथ की साधनास्थली गोरक्षपीठ पारंपरिक शक्तिपूजा के लिए तैयार है। शारदीय नवरात्र की प्रतिपदा सोमवार को गोरखनाथ मंदिर में गोरक्षपीठाधीश्वर एवं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शाम 5 बजे शक्ति मंदिर में कलश स्थापना करेंगे। इसके साथ ही विशेष अनुष्ठान शुरू हो जाएंगे।
गोरक्षपीठ में है ये अद्भुत परंपरा-
बता दें गोरक्षपीठ में शिव के साथ शक्ति की आराधना की अद्भुत परंपरा है। मठ के प्रथम तल पर स्थित शक्ति मंदिर में पूरे नवरात्र लगातार साधना चलती है। नवरात्र की पूर्णाहुति पर भगवान श्रीराम का राजतिलक करने की परंपरा कहीं और नहीं दिखती। आज कलश यात्रा मंदिर के प्रधान पुजारी योगी कमलनाथ की अगुवाई में मंदिर के परम्परागत सैनिकों की सुरक्षा में निकलेगी जिसमें सभी पुजारी, योगी, वेद पाठी बालक, पुरोहित एवं श्रद्धालु शामिल होंगे। कलश यात्रा में शिव, शक्ति और बाबा गोरखनाथ के अस्त्र त्रिशूल को मंदिर के मुख्य पुजारी योगी कमलनाथ लेकर चलते हैं।
परंपरा के अनुसार त्रिशूल लेकर चलने वाले को 9 दिन मंदिर में ही रहना होता है। भीम सरोवर के जल से मठ के प्रथम तल पर कलश की स्थापना कर गोरक्षपीठाधीश्वर एवं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मां भगवती की उपासना करेंगे। मुख्यमंत्री नवरात्र में नौ दिन व्रत भी रहते हैं। मुख्यमंत्री बनने के पहले वह लगातार नौ दिन की शक्ति की आराधना में मंदिर परिसर से बाहर नहीं जाते थे।
इस दिन होगा कन्या पूजन-
मंदिर के प्रधान पुजारी योगी कमलनाथ बताते हैं कि मठ स्थित शक्तिपीठ के गर्भगृह में शारदीय नवरात्र में श्रीमददेवीभागवत की कथा एवं दुर्गा शप्तशती का पाठ प्रतिपदा से विजयाशदमी तक हर दिन अपराह्न सुबह एवं शाम 4 बजे 6 बजे तक चलेगा। देवी-देवताओं के आह्वान के साथ पूजन-आरती होती है। नौ दिन व्रतोपासना की पूर्णाहुति हवन और कन्या पूजन से होती है। 4 अक्टूबर को नवमी तिथि के मान में पूर्वाह्न 11 बजे गोरक्षपीठाधीश्वर योगी आदित्यनाथ कन्याओं का मातृ स्वरूप में पूजन कर उनके पांव पखारेंगे। बटुक भैरव के रूप में कुछ बालक भी शामिल होंगे। कन्याओं व बटुकों को भोजन कराकर सीएम योगी द्वारा उपहार भी प्रदान किया जाएगा।
प्रभु श्रीराम का राजतिलक करेंगे सीएम योगी -
उसके बाद 4 बजे से सीएम योगी रथ पर सवार होकर मानसरोवर मंदिर पहुंचेंगे और वहां देव विग्रहों का पूजन एवं अभिषेक करेंगे। तत्पश्चात विजय शोभायात्रा मानसरोवर रामलीला मैदान में पहुंचेगी जहां गोरक्षपीठाधीश्वर प्रभु श्रीराम का राजतिलक करेंगे। रामलीला मैदान से शोभायात्रा पुनः गोरखनाथ मंदिर पहुंचेगी और सायंकाल सात बजे से दिग्विजयनाथ स्मृति भवन के सामने परिसर में प्रसाद का वितरण किया जायेगा तथा अतिथि भोज होगा।