पंजाब कांग्रेस में मचा घमासान थमता हुआ नजर नहीं आ रहा है. नवजोत सिंह सिद्धू लगातार मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह पर हमले बोल रहे हैं. सिद्धू ने रविवार को बगावती तेवर दिखाते हुए कहा कि वह सिर्फ चुनाव में जीत के लिए इस्तेमाल किया जाने वाला शोपीस (दिखावटी सामान) नहीं हैं, जिसे इस्तेमाल किया और रख दिया. उन्होंने कहा कि वह पार्टी और राज्य सरकार में कोई भी पद नहीं लेना चाहते हैं लेकिन सिद्धांतों से समझौता नहीं कर सकते. हालांकि उन्होंने जोर देते हुए कहा कि कांग्रेस आलाकमान पर उनका भरोसा कायम है.
सिद्धू ने कहा कि मैं कोई शोपीस नहीं हूं कि आप मुझे चुनाव प्रचार के लिए निकालेंगे, चुनाव जीतेंगे और फिर मुझे वापस अलमारी में रख देंगे. ताकि मैं देख सकूं कि आप खनन कैसे करते हैं, आप ये कैसे करते हैं, आप वो कैसे करते हैं. सिद्धू ने कहा कि उन्होंने कैबिनेट की पहली बैठक से ही राज्य को चलाने वाली "व्यवस्था" के खिलाफ अपनी लड़ाई शुरू कर दी थी. उन्होंने कहा कि इस सिस्टम को दो शक्तिशाली परिवारों द्वारा डिजाइन और नियंत्रित किया गया है...उन्होंने विधायिका को बदनाम किया है. विधायिका हमेशा लोगों के प्रति जवाबदेह होती है. जनता ने मंत्रियों और विधायकों को चुना, उन्होंने उन्हें वोट दिया. उन्होंने एक अधिकारी को वोट नहीं दिया, लेकिन जब आप व्यवस्था को एक अधिकारी के प्रति जवाबदेह बनाते हैं तो आप विधायिका को छोटा कर देते हैं. क्यों? नियंत्रण के लिए.
सिद्धू ने कहा कि बहुत सारे ऑफर आए लेकिन मैंने सभी को अस्वीकार कर दिया, क्योंकि क्या यह मायने रखता है? उन्होंने पदों के बारे में कहा है कि यह पद दिया जाएगा, वह शक्ति दी जाएगी. क्या यह पदों के बारे में है? यह एक एजेंडे के बारे में है, एक रोडमैप के बारे में है कि कैसे पंजाब को उसकी महिमा के लिए पुनर्जीवित किया जाएगा. आप इसे पूरा करो, मैं आपके पीछे चलूंगा. बिना पोस्ट के मैं आपके लिए चौबीसों घंटे काम करूंगा, लेकिन अगर आप इसे पूरा नहीं करते हैं तो मैं इसे करूंगा. मैं इसे लोगों तक, लोगों के द्वारा, लोगों के लिए ले जाऊंगा.
सिद्धू ने कहा कि मेरा स्टैंड बहुत स्पष्ट है. मैं स्टैंड लेने से पहले 200 बार सोचता हूं, लेकिन एक बार स्टैंड लेने के बाद मैं पीछे नहीं हटता हूं. सिद्धू ने कहा कि अगर राज्य के विकास के लिए उनके एजेंडे का पालन किया जाता तो वह PPCC अध्यक्ष, और मुख्यमंत्री के पीछे भी चलते. वह कोई बड़ा पद नहीं चाहते.