इस बार जो मामला सामने आया है वो बाकी मामलो से अलग है. यहाँ पर धर्म लडकी का नहीं बल्कि लडके का बदला है और लड़की के घर वालों ने भी बड़ा दिल दिखाया है और विवाह के बाद लड़की अपने अकरम से अरविन्द बन चुके पति के साथ रहने लगी है.. हैरानी की बात ये है कि अब अकरम से अरविन्द बने युवक को सुरक्षा चाहिए क्योकि कुछ लोग उसके दुश्मन बन चुके है.
ये मामला है हरियाणा के पंचकुला का जहाँ पर अकरम ने जैसे ही हिन्दू समाज की एक लडकी से शादी का प्रस्ताव रखा वैसे ही लडकी ने उस से शर्त रखी कि अगर वो सच में उस से प्रेम करता है तो उसके देवी देवताओं के आगे उसको स्वीकार करे. काफी ना नुकुर के बाद आख़िरकार अंतिम निर्णय सुखद रहा और अकरम ने अरविन्द बन कर हिन्दू देवी देवताओं को माथा टेका और वैदिक विधान से विवाह किया.
एक तरफ देश में धर्म परिवर्तन की बहस छिड़ी हुई है, दूसरी तरफ यमुनानगर के युवक ने एक मिशाल कायम की। ज्यादातर मामले में शादी के बाद या फिर प्रेम प्रसंग में लड़की का धर्म परिवर्तन करवाया जाता है लेकिन यमुनानगर में अपने प्यार को बचाने के लिए अकरम नाम का युवक अरविंद बन गया।
बताया जा रहा है कि अपने प्यार के लिए अकरम पहले ने अरविंद बना और उसके बाद लड़की से पंचकूला के सेक्टर-19 में एक मंदिर में शादी रचाई। शादी के बाद दोनों ने पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट में सुरक्षा याचिका लगाई थी। कोर्ट ने एसपी यमुनानगर को आदेश दिए थे कि दोनों को सुरक्षा दी जाए.