कोतवाली पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है।ठगी के 11 मामलो में फरार आरोपी को कोतवाली पुलिस ने उत्तर प्रदेश के नोएडा से हिरासत में लिया है। आरोपी गिरोह बनाकर पर्सनल लोन दिलाने का झांसा देकर ठगी करता था।गिरोह के बाकी सदस्यों की गिरफ्तारी पहले ही हो चुकी है, मगर गिरोह के सरगना माने जा रहे आरोपी यूपी के कमल कश्यप की पुलिस को सरगर्मी से तलाश थी जिसे कोतवाली पुलिस ने नोएडा से गिरफ्त में लिया है।
पांच मिनट में पर्सनल लोन दिलाने का झांसा देकर लोगों से करते थे ठगी।
जानकारी के अनुसार कोतवाली क्षेत्र निवासी महेंद्र शुक्ला ने 21 नवंबर 2019 को अहमदाबाद की स्वीफ्ट फाइनेंस कंपनी में एक लाख रुपए पर्सनल लोन का आवेदन किया था। कंपनी ने रजिस्ट्रेशन सहित अन्य खानापूर्ति के लिए उससे 36 हजार 600 रुपए जमा करा लिए। बावजूद उसे पर्सनल लोन नहीं मिला। महेंद्र की इस शिकायत पर कोतवाली पुलिस ने एक साल बाद 15 सितंबर 2020 को एफआईआर दर्ज की थी।गिरोह ने जबलपुर के अलावा भोपाल, इंदौर, बालाघाट, ग्वालियर, खंडवा, रायसेन, नीमच और दमोह में कुल 11 लोगों से ठगी की है। सभी में एफआईआर दर्ज है।
पुलिस की जांच में गैंग का हुआ खुलासा
सीएसपी दीपक मिश्रा ने बताया कि इस फर्जीवाड़े की शिकायत के बाद जांच की गई तो पता चला कि ठगी का मास्टर माइंड यूपी के गौतम बुद्धनगर (नोएडा) निवासी कमल कश्यप है। वह गाजियाबाद निवासी डेविड कुमार चौधरी, उत्तराखंड पिथौरागढ़ निवासी नेहा भट्ट व मनीषा भट्ट के साथ मिलकर लोगों को पर्सनल लोन दिलाने का झांसा देकर ठगते थे। गिरोह लोगों से जीएसटी, प्रोसेसिंग फीस आदि के एवज में पैसे जमा कराते थे। गैंग के अन्य आरोपी पूर्व में ही गिरफ्तार हो चुके हैं। कमल कश्यप को पुलिस नोएडा से गिरफ्तार कर लाई है।