देशभर में उड़ीसा कोरोना काल में संक्रमण रोकने और टेस्टिंग के लिए चर्चा का विषय बना हुआ है । नवीन पटनायक की मुख्यमंत्री के तौर पर आक्रमक और कर्मठ छवि है, ऐसे में नवीन के नेतृत्व की भी अब बल्ले बल्ले हो रही थी । लेकिन उड़ीसा में कोरोना को रोकने में केंद्र सरकार का वजह है, यह बातें तब अस्तित्व में आई जब उड़ीसा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक और देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बीच का कन्वर्सेशन वायरल हो गया। जिसमें रात करीब 12 बजे पटनायक कोरोना टेस्टिंग किट का सुबह 6 बजे से पहले मुंबई से भुवनेश्वर पहुंचाने का अनुरोध मोदी से कर रहे थे।
आधी रात की वो बात
वायरल कन्वर्सेशन रात करीब 12 बजे का है जिसमें नरेंद्र मोदी और पटनायक के बीच बातचीत हुई, नवीन पटनायक सुबह 6 बजे से पहले टेस्टिंग किट के उड़ीसा पहुंचने का अनुरोध प्रधानमंत्री मोदी से कर रहे हैं और नवीन पटनायक ने महाराष्ट्र के हवाई अड्डों को थोड़े समय के लिए खोल कर नासिक या मुंबई एयरपोर्ट से भुवनेश्वर एयरपोर्ट पर जल्द से जल्द टेस्टिंग किट पहुंचाने का अनुरोध कर रहे थे ।
रात 1 बजे । एक्शन में PMO -
नवीन पटनायक को टेस्टिंग किट सुबह 6 बजे तक पहुंचने का आश्वासन देने के बाद प्रधानमंत्री कार्यालय के अधिकारी एक्शन में आते हुए नासिक एयरपोर्ट के अधिकारी को फोन करते हैं और थोड़े समय के लिए एयरपोर्ट खोलकर विमान से टेस्टिंग किट को भुवनेश्वर एयरपोर्ट पर पहुंचाने के लिए नासिक एयरपोर्ट पर मौजूद अधिकारियों को निर्देशित किये । जिसके बाद अगली सुबह उड़ीसा के कई टेस्टिंग सेंटर पर टेस्टिंग किट तय समय से पहले पहुंच चुकी थी ।
वायरल कन्वर्सेशन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कर्म निष्ठा का प्रमाण एक बार फिर देश के सामने आया जो चीन के द्वारा फैलाए गए कोरोना संक्रमण को उड़ीसा में फैलने से रोकने में कारगर सिद्ध हुआ ।