इनपुट-शैलेंद्र पांडेय, लखनऊ
चुनाव आयोग के द्वारा विधानसभा चुनाव के अधिसूचना जारी करने के बाद बसपा प्रमुख मायावती ने एक न्यूज एजेंसी को दिए इंटरव्यू में कहा की हमारा चुनाव आयोग सुझाव है की जैसे कुछ पार्टियां धार्मिक रंग देकर जिस प्रकार से संकीर्ण स्वार्थ की राजनीति कर करती है।
इसके ऊपर आयोग सख्त कदम उठाए ताकि धर्म और जाति के नाम पर वोट मांगने वालों को समझ आ जाए की वोट काम करने से मिलते है। जहा अतिसंवेदन शील बूथ है। वहा पर पिछले शोषित लोग अपना मत अधिकार का प्रयोग नही कर पाते है।इस पर चुनाव आयोग विशेष ध्यान दे।
आगे मायावती ने बिना समाजवादी का नाम लिए कहा की प्रदेश में कुछ ऐसी भी पार्टियां है। जिसमे बसपा से निकाले हुए लोगो के दम पर 403 सीट जीतने का दम भर रही हैं।लेकिन हम बताना चाहते है जब बहुजन समाज पार्टी की सरकार 4 बार रही जिसमे कानून व्यवस्था सुदृढ़ रहा और कोई भी सवाल नही उठा पाया।अब तक जितनी भी सरकारें रही सबसे ज्यादा कानून व्यवस्था बसपा के शासन काल में रहा । जैसे 2007 में सभी मीडिया बसपा
को रेस से बाहर दिखा रही तब हमने पूर्ण बहुमत सरकार बनाई ठीक उसी 2022 में भी बसपा सरकार बनाने जा रही है।