हिंदुओं के प्रमुख त्योहार पांच दिवसीय दिवाली 12 नवंबर से शुरू होने जा रहा है । इस वर्ष नरक चतुर्दशी या छोटी दिवाली, जो आमतौर पर दिवाली से एक दिन पहले मनाई जाती है, वह दिवाली के है दिन मनाई जाएगी । 12 नवंबर को धनतेरस से पांच दिवसीय त्योहार की शुरुवात होगी, जहा 12 को धनतेरस ,14 को दिवाली, 15 को गोवर्धन पूजा व 16को भाई दूज का त्योहार मनाया जाएगा। त्यौहारों के मद्देनजर शहरों के पारंपरिक बाजार रंग-बिरंगे डिजाइनर दीयों, लक्ष्मी-गणेश की मूर्तियों, लाई-बताशा, रंगोली सहित सभी किस्मों के पूजन व सजावटी सामग्रियों से सज चुका है। रविवार को पारम्परिक बाजारों में खरीददारी करने जमकर भीड़ उमड़ी। कोरोना को तो जैसे लोग भूल ही गए। लार्डगंज, गंजीपुरा, फुहारा, अंधेरदेव आदि स्थानों पर कई बार जाम के हालात निर्मित हुए।रविवार से ट्रैफिक पुलिस ने पारम्परिक बाजारों में वन-वे की व्यवस्था को दरकिनार कर कारों का प्रवेश प्रतिबंधित कर दिया। इससे बाजारों में दिन के समय राहत रही, लोगों ने आराम से खरीददारी की। तुलाराम चौक, मालवीय चौक, कछियाना आदि मार्गों पर प्वॉइंट्स लगाते हुए कार चालकों को आगे जाने से रोका गया ताकि बाजारों में जाम के हालात निर्मित न हों।
इस वर्ष विशेष योग पर दिवाली
कई वर्षो बाद इस वर्ष दीपावली शनिवार को मनाई जाएगी। यह बेहद दुर्लभ संयोग है। इस साल दीपावली 14 नवंबर 2020 को पड़ रही है। शनिवार और शनि का स्वराशि मकर में होना सभी के लिए लाभकारी रहेगा। इसके अलावा 17 साल बाद दीपावली सर्वार्थ सिद्धि योग में मनाई जाएगी। इसके पहले ऐसा शुभ मुहूर्त साल 2003 में बना था। इस साल अमावस्या तिथि 14 नवंबर से प्रारंभ होकर 15 नवंबर को सुबह 10 बजकर 36 मिनट तक रहेगी। ऐसे में दीपावली 14 नवंबर को मनाई जाएगी। चूँकि दीपावली अमावस्या तिथि की रात और लक्ष्मी पूजन अमावस्या की शाम को होता है, इसलिए 14 नवंबर को ही महालक्ष्मी पूजन किया जाएगा।
पूजन के लिए शुभ है यह महुरत
12 नवंबर धनतेरस
पूजन मुहूर्त : श्याम 4.57 से 6.50 बजे तक
प्रदोष काल : श्याम 4.50 से 7.33 बजे तक
वृषभ काल : श्याम 4.57 से 6.50 बजे तक
14 नवंबर दिवाली
लक्ष्मी पूजा मुहूर्त : श्याम 6 से 8 बजे तक
प्रदोष काल : श्याम 5.55 से 8.25 बजे तक
वृषभ काल : श्याम 6.00 से 8.04 बजे तक