मार्गशीर्ष माह की चतुर्थी तिथि को विशेष रूप से विनायक चतुर्थी के रूप में मनाया जाता है, जो भगवान गणेश के पूजन का एक महत्वपूर्ण अवसर है। इस दिन गणेश जी की पूजा से हर प्रकार के विघ्न दूर होते हैं और व्यक्ति को सुख-समृद्धि की प्राप्ति होती है। इस वर्ष, मार्गशीर्ष विनायक चतुर्थी आज यानी गुरुवार को है। तो जानिए कैसे करें पूजा।
विनायक चतुर्थी पूजा विधि
प्रारंभिक स्नान और शुद्धिकरण: पूजा की शुरुआत से पहले अच्छे से स्नान कर स्वच्छ वस्त्र धारण करें। घर के पूजा स्थल को साफ करके वहां एक पवित्र स्थान बनाएं।
गणेश जी की मूर्ति स्थापित करें: पूजा स्थल पर भगवान गणेश की मूर्ति को संतान रूप में स्थापित करें। यदि घर में मूर्ति नहीं है, तो चित्र या फोटो भी रख सकते हैं। मूर्ति या चित्र को साफ करके उन पर फूल और चंदन का तिलक लगाएं।
गणेश पूजा का संकल्प लें: फिर ध्यानपूर्वक गणेश पूजा का संकल्प लें। यह संकल्प आपके जीवन में सुख-शांति और समृद्धि की कामना से जुड़ा होता है। संकल्प लें कि आप अपनी पूजा पूरी श्रद्धा और विधिपूर्वक करेंगे।
लक्ष्मी और गणेश के मंत्रों का जाप करें: "ॐ गण गणपतये नम:," "ॐ श्री गणेशाय नम:" जैसे मंत्रों का जाप करते हुए 108 बार जाप करें। इससे भगवान गणेश प्रसन्न होते हैं।
धूप, दीप, और नैवेद्य अर्पित करें: भगवान गणेश को मिष्ठान, फल, पंखड़ी, मोदक, लड्डू आदि अर्पित करें। यह उन्हें प्रिय है। पूजा के दौरान घी का दीपक जलाएं और धूपबत्ती का प्रयोग करें।
सप्त शती या गणेश पुराण का पाठ: यदि समय हो, तो गणेश सप्तशती या गणेश पुराण का पाठ करें। यह पूजा को और भी प्रभावशाली बनाता है।
विघ्न हर्ता से प्रार्थना करें: पूजा के बाद भगवान गणेश से अपने जीवन के समस्त विघ्नों के नाश और मनोकामनाओं की पूर्ति के लिए प्रार्थना करें।
गणेश जी की कृपा प्राप्ति के उपाय
सप्ताहभर उपवासी रहकर व्रत करें: अगर आप विशेष रूप से भगवान गणेश की कृपा चाहते हैं तो मार्गशीर्ष माह में सात दिनों तक उपवासी रहकर व्रत करें। इससे घर में समृद्धि और सुख-शांति आती है।
लड्डू चढ़ाएं: गणेश जी को लड्डू बहुत प्रिय हैं, अत: पूजा में लड्डू अर्पित करें।
विनायक चतुर्थी व्रत: इस दिन विशेष रूप से गणेश जी के पूजन के बाद गरीबों को भोजन करवाएं या दान करें। यह पुण्यकर्म आपके जीवन को बदल सकता है।
मार्गशीर्ष विनायक चतुर्थी का दिन विशेष रूप से शुभ होता है। इस दिन गणेश जी की पूजा और व्रत से जीवन में सुख, समृद्धि और बुराईयों से मुक्ति मिलती है। यही कारण है कि इस दिन गणेश जी की पूजा को विशेष महत्व दिया जाता है।