कोंग्रेसी नेता मणिशंकर अय्यर अपने विवादित बयानों को लेकर अक्सर सुर्खियों में रहते है। अपनी इसी पहचान को जीवित रखते हुए एक बार फिर अय्यर ने ऐसा बयान दिया है, जिससे कांग्रेस को शर्मसार होना पड़ सकता है। मणिशंकर ने इस बार ये बयान किसी नेता या किसी व्यक्तिगत व्यक्ति पर नहीं दिया बल्कि इस बार उनका ये बयान अपनी ही देश 'भारत' के 'खिलाफ' था।
क्या है मामला
गौरतलब है कि अभी हाल ही में कंगना रनौत ने देश की आज़ादी को लेकर एक बयान दिया तो उन्हें खूब सूर्खिया मिली, इसी की देखा-दाखी मणिशंकर ने ऐसा 'बेहूदा' बयान दे डाला, जिससे उन्हें सुर्खिया तो नहीं मिली लेकिन उनकी थू-थू जरूर हो गई।
दरअसल, मणिशंकर अय्यर ने कहा कि पिछले सात साल से हम देख रहे हैं कि हम अमेरिकियों के गुलाम बनकर बैठे हैं. अपनी स्पीच में अय्यर ने भारत-रूस संबंधों का हवाला देते हुए अपने बयान को जायज ठहराने की कोशिश की.
अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए मणिशंकर अय्यर ने कहा कि पिछले 7 साल से हम अमेरिका के गुलाम बने हुए हैं। सेमिनार में मणिशंकर ने कहा कि पिछले 7 साल में हम देख रहे हैं कि गुटनिरपेक्षता की तो बात ही नहीं होती है। शांति की बात ही नहीं होती है। अमेरिकियों के गुलाम बनकर बैठे हैं और कहते हैं कि चीन से बचो। हम कहें कि चीन के सबसे करीब के दोस्त तो आप ही हो।
एक सेमिनार में गए थे मणिशंकर
मणिशंकर अय्यर बतौर मुख्य अतिथि जिस सेमिनार में ये विवादित बयान दे रहे थे, वो भारत-रूस रिश्तों को लेकर हुआ था। अय्यर का कहना था भारत और रूस के रिश्ते बरसों पुराने हैं, लेकिन मोदी सरकार के दौर में ये रिश्ता कमजोर हुआ है। अय्यर ने ये भी कहा कि 2014 तक रूस के साथ हमारे जो संबंध हुआ करते थे, उसमें काफी चोट लगी है।
हमेशा से ही विवादित बयान देते है अय्यर
मणिशंकर अय्यर ने पहली बार बयान से विवाद खड़ा नहीं किया है। इससे पहले उन्होंने कहा था कि अकबर ने 50 साल तक देश पर राज किया। इसी को मद्देनजर रखते हुए जहां मैं रहता था, उस सड़क का नाम अकबर रोड था। हमने कभी नहीं कहा था कि महाराणा प्रताप रोड बना दीजिए। क्योंकि हम अकबर को अपना समझते हैं। इसके अलावा उन्होंने 2014 में मोदी के चायवाला बयान पर भी विवादित बोल बोले थे। पाकिस्तान जाकर वहां भी मोदी सरकार के खिलाफ बयान देने के मामले में उनकी काफी खिंचाई हुई थी।