पांच राज्यों में विधानसभा के चुनाव होने वाले हैं इसको लेकर केंद्र की राजनीती पूरी तरह से सक्रिय है। ममता बनर्जी बीते कुछ महीनों से दिल्ली से लेकर कोलकाता तक राष्ट्रीय राजनीति के मुद्दे पर सक्रिय हैं। मंगलवार से वह तीन दिनी मुंबई दौरे पर हैं। जहां वह शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे, राकांपा प्रमुख शरद पवार व अन्य नेताओं से मिलकर भाजपा के खिलाफ विपक्ष को लामबंद करने का प्रयास करेंगी। हालांकि अभी ममता ने कांग्रेस से दूरी बनाए रखी है। अब इसके ऊपर बंगाल के अध्यक्ष और राष्ट्रीय उपाध्यक्ष ने कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा है।
भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष व बंगाल के नेता दिलीप घोष ने कांग्रेस-तृणमूल के बीच बढ़ते फासले को लेकर कहा कि सोनिया गांधी का समय पूरा हो चुका है। अब ममता बनर्जी विपक्ष का नेतृत्व करना चाहती हैं। घोष ने यह भी कहा कि विपक्ष का ये नाटक काफी पुराना है। विपक्ष की हर पार्टी चाहती है कि वह नेतृत्व करे। ममता बनर्जी भी विपक्ष की नेता बनना चाहती हैं।
उधर, कांग्रेस की तरफ से टीएमसी पर लगातार सवाल उठाए जा रहे हैं। पिछले दिनों कांग्रेस ने कहा था कि टीएमसी किसानों के मुद्दे पर मिली जीत का श्रेय लेने की कोशिश कर रही है जबकि वह इस लड़ाई में कहीं थी ही नहीं। कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी का कहना है कि टीएमसी और भाजपा ने अंदरूनी सांठगांठ कर रखी है। टीएमसी डबल गेम खेल रही है।
इसी साल अगस्त में टीएमसी प्रमुख ममता बनर्जी और कांग्रेसी की कार्यकारी अध्यक्ष सोनिया गांधी के बीच में मुलाकात हुई थी। तब दोनों की ही तरफ से बातचीत सकारात्मक दिशा में बढ़ने का संकेत मिला था। तब ममता बनर्जी ने कहा था कि केंद्र सरकार के खिलाफ सभी विपक्षी दलों को एकजुट होना चाहिए, लेकिन उसके बाद कांग्रेस टीएमसी करीब आने की बजाए दूर होते जा रहे हैं।