शिवेसना के बागी नेता एकनाथ शिंदे के महाराष्ट्र का मुख्यमंत्री बनाए जाने के बाद संजय राउत ने कहा कि मैं शिंदे को शिव सैनिक नहीं मानता और बीजेपी ने शिवसैनिक को मुख्यमंत्री नहीं बनाया है. इसके साथ ही, उन्होंने आरोप लगाया कि शिवसेना को तोड़ने का प्लान था.
संजय राउत ने शुक्रवार की सुबह प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए कहा कि नई सरकार अच्छा काम करें यही शुभकामना है. उन्होंने ईडी समन को लेकर कहा कि वे आज पेश होंगे. राउत ने सवाल उठाते हुए कहा कि मेरे साथ यह सब क्यों हो रहा है? कौन कर रहा है? यह हम जान रहे हैं.
शिवसेना प्रवक्ता ने कहा कि आपातकाल में भी ऐसा ही हुआ था, जैसा आज ईडी कर रही है. शिवसेना का संगठन कभी कमजोर नहीं होगा. उन्होंने मिलीभगत का आरोप लगाते हुए कहा कि एकनाथ और बीजेपी में पहले से डील था. महंगाई और बेरोजगारी राज्य के लिए प्रश्न है. टूट -फूट की घटना पुरानी बात हो गयी है. बीजेपी भी हाईकमांड के आदेश पर चलती है.
इससे पहले, संजय राउत ने ट्वीट करते हुए कहा कि लिखा, "मैं आज दोपहर 12 बजे ईडी के सामने पेश होने जा रहा हूं. मुझे जारी किए गए समन का मैं सम्मान करता हूं और जांच एजेंसी का सहयोग करना मेरा कर्तव्य है. मैं सभी शिवसेना कार्यकर्ताओं से अपील करता हूं कि वो ईडी दफ्तर के बाहर जमा न हों. चिंता मत कीजिए."
गौरतलब है कि गुरुवार को शिवसेना के बागी एकनाथ शिंदे को मुख्यमंत्री पद की शपथ दिलाई गई, जबकि देवेन्द्र फडणवीस को उप-मुख्यमंत्री बनाया गया है. बीजेपी आलाकमान के इस फैसले से लोगों को जरूर हैरानी हुई. लेकिन सियासी जानकारों का यह मानना है कि भारतीय जनता पार्टी ने दूरदर्शी सोच रखकर इस तरह का फैसला किया है.