कांग्रेस हमेशा से पीएम मोदी के बारे में विवादित बयान देती है और फिर मामला गरम होने पर अपनी बातों से मुकर जाती है, बात करें महाराष्ट्र के कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले की तो वे बीते दिनों पीएम मोदी को निशाना साधते हुए कहे थे कि वह मोदी को सरेआम पीट सकते हैं और गाली भी दे सकते हैं। हालाँकि बाद में नाना ने अपनी सफाई में कहा कि, उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी के बारे में बिल्कुल नहीं कहा है. लेकिन पटोले ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी के बाद एक फिर विवाद में आ गए हैं।
दरअसल, नासिक में मीडिया से बात करते हुए पटोले ने कहा, 'जिसकी पत्नी भाग जाती है, उसका नाम मोदी है।' कांग्रेस नेता के इस बयान के खिलाफ बीजेपी ने पूरे राज्य में आंदोलन की घोषणा की है। राज्य के अलग-अलग इलाकों में भाजपा कार्यकर्ताओं ने पटोले का पुतला फूंका है।
महाराष्ट्र में नेता विपक्ष देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि नाना पटोले का दिमागी संतुलन बिगड़ गया है। फडणवीस ने कहा, "नाना पटोले के सिर में चोट लगी है। खासकर नागपुर विधानसभा चुनाव में उन्होंने अपना उम्मीदवार उतारा था। हमने देखा कि उसके बाद क्या हुआ। भंडारा-गोंदिया जिला परिषद चुनाव में कांग्रेस का क्या हाल हुआ, यह भी सभी ने देखा। नाना पटोले के निर्वाचन क्षेत्र में उन्हें सफलता नहीं मिली। इससे नाना पटोले के सिर पर असर पड़ा है। मैं पार्टी नेतृत्व से एक अच्छे डॉक्टर को दिखाने और जल्द से जल्द उसका इलाज करने की अपील करता हूं।"
भाजपा नेता चंद्रशेखर बावनकुले ने कहा, "पटोले की टिप्पणी शर्मनाक है। वह भूल गए कि देश के प्रधानमंत्री के बारे में बात कर रहे हैं। पटोले को मानसिक इलाज की जरूरत है। उन्होंने देश की सवा अरब महिलाओं का अपमान किया है। हम पटोले के खिलाफ राज्यव्यापी विरोध प्रदर्शन करेंगे।"
वहीं, पुणे भाजपा के अध्यक्ष जगदीश मुलिक ने नाना पटोले के खिलाफ विवादित टिप्पणी की है। उन्होंने ट्वीट किया, "नाना पटोले आवारा कुत्ता है। अक्सर कहा जाता है कि भौंकने वाले कुत्ते को नजरअंदाज कर देना चाहिए, लेकिन अगर कुत्ता भौंकता है तो भौंकने के अलावा कोई विकल्प नहीं है। नाना, कार्यकर्ता आपको सही सबक सिखाएंगे।
पटोले ने पिछले हफ्ते उस समय विवाद खड़ा कर दिया था, जब उन्होंने कहा था कि वह मोदी को हरा सकते हैं, मोदी को गाली दे सकते हैं क्योंकि उन्होंने राजनीति में स्वच्छ रहना सुनिश्चित किया। भाजपा ने कांग्रेस नेता के खिलाफ FIR की मांग को लेकर 100 थानों में शिकायत दर्ज कराई है।