मध्य प्रदेश में धर्मांतरण विरोधी कानून आने के बाद लगातार कार्रवाई की जा रही है। इसके साथ ही नये नये मामले भी सामने आ रहे हैं। जिसमें धर्म परिवर्तन के लिए प्रताडित करने वालों के चेहरे भी खुलकर सामने आ रहें है। धर्म परिवर्तन का नया मामला मध्य प्रदेश के छतरपुर के खजुराहो से सामने आया है, जहां ईसाई प्रिंसिपल पर टीचर का धर्म परिवर्तन के लिए मजबूर करने का आरोप है।
दरअसल मामला छतरपुर के खजुराहो थाने का है जहां एक महिला टीचर रूबी सिंह ने सेक्रेड हार्ट कान्वेंट स्कूल की प्रिंसिपल पर धर्म परिवर्तन का दबाब बनाने का आरोप लगाया है। पीड़ित महिला ने लिखित आवेदन कहा कि वह 2016 लाइब्रेरियन के पद पर सेक्रेड हार्ट कान्वेंट स्कूल में कार्य कर रही है, पहले कोई परेशानी नहीं हुई, जब से सिस्टर भाग्या स्कूल प्रिंसिपल बनीं तब से उनको हर तरह से टार्चर किया जा रहा है. पिछले 7 महीने से जानबूझ कर वेतन नहीं दिया जा रहा है. प्रिंसिपल जानती है कि मेरी आर्थिक स्थिति ठीक नहीं है और में ज्यादा दिन आर्थिक दबाव नहीं छेल सकती, इसलिए वो मुझ पर धर्म परिवर्तन का दबाव बना रही हैं।
पीडिता ने प्रिंसिपल पर परिवार सहित धर्म परिवर्तन करने के लिए लालच देने का भी आरोप लगाया है। जिसकी शिकायत उसने हिन्दू संगठन की मदद से थाने में की है। वहीं आरोपी प्रिंसिपल ने टीचर उसकी सहयोगियों पर लापरवाही और मनमर्जी करने का आरोप लगाया है। प्रिंसिपल भाग्या का आरोप है कि रूबी सिंह ने खजुराहो थाने में धर्म परिवर्तन को लेकर एक झूठा आवेदन दिया है।
बता दें कि इस मामले में हिंदू संगठनो के विरोध के बाद पुलिस ने केस दर्ज कर लिया है। पुलिस ने कहा कि प्रथम दृष्टया धार्मिक स्वतंत्रता अधिनियम मध्य प्रदेश के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है। अब मामले की जांच की जा रही है। पर यह ड़राने वाली घटना है देश में यदि किसी बड़े पद पर बैठकर इस तरह से हिंदूओं का धर्म परिवर्तन कराने का प्रयास किया जायेगा तो दुखद है। इनका सबके सामने आना अति आवश्यक है।