कृषि कानून वापसी के बाद भी किसानों का आन्दोलन देख शुक्रवार को हरियाणा सीएम मनोहर लाल खट्टर ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मुलाकात की। जिसके दौरान उब्न्होने एमएसपी पर कई अहम् बाते कही। पीएम नरेंद्र मोदी से मुलाकात
के बाद सीएम खट्टर ने कहा कि मिनिमम सपोर्ट प्राइज (एमएसपी) की गारंटी देने
वाला कानून बनाना संभव नहीं है, क्योंकि यदि किसानों के उत्पाद को कोई
दूसरा नहीं खरीदता है तो सरकार पर ऐसा करने का दबाव बनेगा। कृषि कानूनी की
वापसी के बाद किसान संगठन अब एमएसपी कानून के लिए सरकार पर दबाव बनाने में
जुट गए हैं।
दरअसल, एमएसपी कानून की मांग को
लेकर किसानों की ओर सेजब खट्टर से सवाल किया गया तो उन्होंने कहा, ''अब तक इस पर कोई चर्चा
नहीं हुई है। कृषि अर्थशास्त्रियों के भी अलग-अलग विचार हैं। इस पर कानून
बनाना संभव नहीं लगता है। एमएसपी पर कानून संभव नहीं है, क्योंकि यदि ऐसा
किया जाता है तो सरकार पर यह जिम्मेदारी आ जाएगी कि यदि कोई उनके उत्पाद को
कोई नहीं खरीदता है तो सरकार को ऐसा करना पड़ेगा।''
समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, पत्रकारों से बातचीत में खट्टर ने कहा,
‘अब तक इस मुद्दे पर कोई चर्चा नहीं हुई है। कृषि अर्थशास्त्रियों की भी
अलग-अलग राय है। इस पर कानून बनाना संभव नहीं लग रहा है. एमएसपी पर कानून
संभव नहीं है, क्योंकि अगर इसपर कानून बना, तो भार सरकार पर आ जाएगा। कि
अगर उनका उत्पादन नहीं बिका, तो सरकार को उसे खरीदना होगा।
सीएम खट्टर ने आगे कहा, ''सरकार को इतनी
आवश्यकता नहीं है और इस पर सिस्टम बनाना भी संभव नहीं है। हम आवश्यकता के
मुताबिक ही खरीद कर सकते हैं।'' खट्टर ने शुक्रवार को पीएम नरेंद्र मोदी से
नई दिल्ली में उनके आवास पर मुलाकात की। बैठक के बाद खट्टर ने ट्वीट करके
बताया कि हरियाणा में विकास योजनाओं के अलावा कई मुद्दों पर उनकी बात हुई।
बैठक के बाद पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने कहा, ‘मैं तीनों कृषि कानून
निरस्त करने के लिए उनका धन्यवाद करता है।इससे लोगों को अच्छा संदेश गया है। वह भी इस बात को लेकर चिंतित थे कि किसानों को वापस जाना चाहिए। हर तरफ
से इस बात के संकेत थे कि जैसे ही 29 नवंबर को संसद में कानून निरस्त किए
जाएंगे, किसान निश्चित रूप से वापस चले जाएंगे।
पीएम मोदी से मुलाकात के बाद हरियाणा के सीएम ने ट्वीट किया, ''दिल्ली में आज आदरणीय प्रधानमंत्री
नरेंद्र मोदी जी के आवास पहुंचकर उनसे मुलाकात की। इस दौरान उनसे हरियाणा
में वर्तमान और आगामी विकास कार्यों से लेकर कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर
विस्तार से चर्चा हुई।''