(इनपुट - संदीप मिश्रा, लखनऊ)
राजधानी लखनऊ पुलिस ने इंश्योरेंस कंपनी के नाम पर चोरी की गाड़ियां को बेचने वाले गैंग से 62 गाड़ियों को बरामद कर जहां 7 लोगों की गिरफ्तारी की है वहीं दूसरी तरफ इससे पहले राजधानी लखनऊ की पुलिस ने इसी गैंग के 5 लोगों को गिरफ्तार कर 50 गाड़ियों को बरामद किया था। जेसीपी क्राइम नीलाब्जा चौधरी ने बताया कि भारतवर्ष के किसी भी प्रदेश की पुलिस के द्वारा इतनी बड़ी मात्रा में वाहनों की रिकवरी कभी नहीं की गई। इससे पहले मुंबई पुलिस के द्वारा 104 वाहनों को बरामद किया गया था लेकिन इस बार कमिश्नरी सिस्टम लागू होने के बाद राजधानी लखनऊ की पुलिस ने एक नया कीर्तिमान स्थापित किया है। जेसीपी क्राइम ने पूरी टीम को इतनी बड़ी रिकवरी के लिए धन्यवाद दिया और लखनऊ पुलिस कमिश्नर ने डीसीपी पूर्वी की पूरी टीम को 50000 रुपए का इनाम देने की घोषणा भी की। पुुुलिस ने लोगों को पुराने वाहन खरीदने से पहले उनकी पूरी तरह से जांच करने की सलाह दी जिससे इस तरह के गिरोह का निशाना न बने।
डीसीपी ईस्ट की टीम ने भविष्य में भी इस गिरोह के अन्य सदस्यों की गिरफ्तारी और अधिक लग्जरी वाहनों की बरामदगी करने काद दावा किया है। यह गिरोह नेशनल लेवल पर इंश्योरेंस कंपनी के साथ सांठगांठ करके फर्जी तरीके से गाड़ियों के पेपर तैयार करके भारी कीमतों में लोगों को भेज दिया करते थे। जहां एक तरफ राजधानी लखनऊ में कमिश्नर सिस्टम लागू होने के बाद पुलिस लगातार अपराधों पर अंकुश लगाने हेतु बड़े बड़े खुलासे कर रही है वहीं दूसरी तरफ राजधानी लखनऊ में कमिश्नरी सिस्टम को लागू हुए 6 महीने से अधिक का समय हो गया है और अगर इस दौरान राजधानी लखनऊ में हुए अपराधों में तुलनात्मक कमी देखने को मिली है।