इनपुट- श्वेता सिंह, लखनऊ
आज राजधानी लखनऊ में महापौर संयुक्ता भाटिया द्वारा आयोजित कार्यक्रम में जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के महासचिव चंपत राय के सानिध्य में अंग्रेजी राज की गुलामी के प्रतीक बर्लिंगटन चौराहे का नाम परिवर्तन करके श्रद्धेय अशोक सिंघल चौराहा किया गया।
विश्व हिंदू परिषद के नेता रहे स्वर्गीय अशोक सिंघल के नाम पर बर्लिंग्टन चौराहा का नामकरण करने का प्रस्ताव बीती 18 सितंबर को नगर निगम कार्यकारिणी बैठक में पास हुआ था। बर्लिंग्टन चौराहे का ही नाम अशोक सिंघल चौराहा किए जाने को लेकर महापौर संयुक्ता भाटिया ने बताया कि इसी चौराहे के पास स्थित भार्गव निवास में अशोक सिंघल राजधानी आने पर रुका करते थे। ऐसे में यह चौराहा उनकी यादों से जुड़ा है। इसको लेकर ही बर्लिंग्टन चौराहे का नामकरण उनके नाम पर किया गया। बर्लिंग्टन नाम वैसे भी अंग्रेजी दासता का प्रतीक है। ऐसे प्रतीकों को बदला जाएगा।
कार्यक्रम के दौरान विश्व हिन्दू परिषद के उपाध्यक्ष व श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महामंत्री चंपतराय ने कहा कि अशोक सिंहल का जन्म ही राष्ट्र के कार्य के लिए ही हुआ था। उनकी चतुर्दिक ख्याति होने के बावजूद वह विनम्रता की मूर्ति थे। निर्भयता की पराकाष्ठा उनमें थी। राजनैतिक महत्वाकांक्षा का बीज उनके अंदर था ही नहीं। सबको वह अपना मानते थे। अयोध्या में कारसेवकों पर गोली चलवाने के बाद भी अशोक सिंहल मुलायम सिंह से मिले। अनुसूचित जाति व अनुसूचित जनजाति को धर्मयोद्धा वह कहते थे। आज उनकी बात को सब लोग स्वीकार्य कर रहे हैं।