जबसे उपराज्यपाल के रूप में जम्मू कश्मीर का कार्यभार मनोज सिन्हा ने संभाला है तबसे लेकर उन्होंने कई ताबड़तोड़ फैसले लिए हैं। उन्होंने आतंक के खिलाफ कई फैसले लेते हुए कई टेरर फंडिंग को भी उजागर किया है। अगर हम यूँ कहें तो अतिशियोक्ति नहीं होगी कि सेना और पुलिस को इनके आने के बाद से ही दोगनी ताकत मिली है।
जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने शनिवार को कहा कि शांति को क्षेत्र की स्थायी विशेषता बनाने के लिए अब से एक साल के भीतर जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद के ताबूत में आखिरी कील ठोकने का समय आ गया है।
उपराज्यपाल ने एसकेआईसीसी में एक सभा को संबोधित करते हुए कहा, 'समय आ गया है जब हम सभी को शांति स्थापित करने के लिए मिलकर काम करना होगा।
अब से एक साल के भीतर, हम आतंकवाद के ताबूत में आखिरी कील ठोकेंगे और शांति को जम्मू-कश्मीर की स्थायी विशेषता बना देंगे।' उन्होंने कहा कि सुरक्षा बल जम्मू-कश्मीर में शांति स्थापित करने के लिए दिन-रात काम कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि शांति के बिना दुनिया के किसी भी हिस्से में विकास नहीं हो सकता। कुछ लोग काला चश्मा पहने हुए हैं और जम्मू-कश्मीर में विकास नहीं देख सकते हैं। केंद्रीय मंत्री ने संसद में बताया है कि इस साल एक करोड़ पर्यटकों ने जम्मू-कश्मीर का दौरा किया।