इनपुट-श्वेता सिंह, लखनऊ
उत्तर प्रदेश में सीएम योगी के फरमान का असर देखने को मिल रहा है। देश में सांप्रदायिक सौहार्द का एक अनुकरणीय उदाहरण प्रस्तुत करते हुए श्री कृष्ण जन्मभूमि से लाउडस्पीकर हटा लिया गया। यही नहीं गोरखनाथ मंदिर परिसर के लाउड स्पीकर की आवाज भी धीमी कर दी गई है।
यह पहल मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के उस निर्देश के बाद ली गयी जिसमें उन्होंने सभी धार्मिक आयोजनों और धार्मिक स्थलों में शांति बनाए रखने के लिए बिना अनुमति के कोई भी धार्मिक जुलूस नहीं निकाला जाना चाहिए और ऐसे आयोजनों व स्थलों में लाउडस्पीकर के इस्तेमाल से दूसरों को असुविधा नहीं होनी चाहिए।
बता दें रामनवमी और हनुमान जयंती के दिन कई जगहों पर साम्प्रदायिक तनाव और हिंसा की घटनाओं की पृष्ठभूमि में योगी ने सोमवार को कहा था कि शोभायात्रा/धार्मिक जुलूस विधिवत अनुमति के बगैर ना निकाल जाएं और अनुमति देने से पहले आयोजक से शांति-सौहार्द कायम रखने के संबंध में शपथ पत्र लिया जाए।
उल्लेखनीय है कि आने वाले दिनों में कई पर्व और धार्मिक आयोजन होने हैं, और इस परिप्रेक्ष्य में राज्य पुलिस को अतिरिक्त सतर्क रहने की आवश्यकता है। ताजे निर्देशों के जारी होने के बाद कई जिलों में धार्मिक स्थलों के प्रबंधकों ने स्वयं ही लाउड्स्पीकर या तो हटा लिए हैं या उनकी आवाज धीमी कर ली है।
इसी क्रम में गोरखनाथ मंदिर में भी मंदिर परिसर में लगे लाउड्स्पीकर की आवाज धीमी कर दी गई है। साथ ही, उन्हे बाजार, सड़कों और अन्य सार्वजनिक स्थलों की ओर से हटा दिया गया है। इसके अतिरिक्त, कानपुर, लखनऊ, नोएडा व अन्य शहरों में भी धार्मिक स्थलों पर लगे लाउड्स्पीकर या तो हटा लिए गए हैं या उनकी आवाज इतनी धीमी कर दी है कि वह परिसर के बाहर सुनाई न दे।