इनपुट-अंशुमान दुबे, लखनऊ
कानपुर रोड योजना के अंतर्गत नगर निगम ज़ोन 8 के कार्यालय को यदि घूसखोरों भ्रष्टाचारियों का कार्यालय कहा जाए तो आज किसी को भी कोई आश्चर्य नहीं होगा । यही वो कार्यालय है जहाँ से बैठकर ज़ोन 8 की प्रभारी ज़ोनल अधिकारी संगीता कुमारी के काले कारनामों का खेल खुलेआम चलता है और किसी भी प्रशासनिक अधिकारी या जनप्रतिधि के आदेशों व निर्देशो को वो कुछ समझती नहीं हैं ।
यहाँ वेडिंग ज़ोन के निर्धारण में धांधली से खेल शुरू होता है । जहाँ अनेक फुटपाथों नालों और पैदल पथ वेंडिंग ज़ोन बना दिये गए हैं साथ ही साथ जितने लोगों को वेंडिंग का लाइसेस दिया गया है उससे 10 गुना ज्यादा वेंडर सड़को फुटपाथों पैदल व साईकिल मार्ग पर सड़क के डिवाइडरों पर दुकान सज़ा कर बैठे हैं । हालत ऐसे हैं कि चौड़ी सड़के भी संकरी गली बन गयी हैं और कई जगह तो नाले व फुटपाथ पूरी तरह से वेंडरो के अवैध कब्जे में चले गए हैं ।
ये हाल बंगला बाजार नहर चौराहे से लेकर किला चौराहे तक , किला चौराहे से रजनीखण्ड तक , बंगला बाजार पुलिस चौकी से फीनिक्स मॉल तक , पकरी के पुल से राम मनोहर लोहिया विधि संस्थान तक है ।
यहां है सबसे बुरा हाल-
सबसे बुरा हाल है सेक्टर जे आशियाना और सेक्टर के आशियाना का यहाँ तो अनेक भूमाफियाओं और बिल्डरों ने सार्वजनिक आवागमन के लिए बनी 12 फुट की सड़क पर ही अपना अवैध कब्जा कर उसे अपने व्यवसायिक या निज़ी उपयोग में ले लिया है । अनेक भूमाफियाओं ने तो सार्वजनिक सड़क को बंद कर दुकाने बनाकर या तो बेच दी है या फिर मोटी पगड़ी लेकर उन्हें महँगे किराए पर चढ़ा दिया है ।
ये सब न किसी से छुपा है न ढका है और इसकी पूरी जानकारी नगर निगम ज़ोन 8 की प्रभारी संगीता कुमारी को है लेकिन इन पर कार्यवाही न करना उन पर घूसखोरी के लगे आरोपो की पुष्टि करता है ।
जनप्रतिनिधि लापरवाह-
इस विषय पर जब स्थानीय पार्षदों वीना रावत , कमलेश सिंह , विमल तिवारी व कौशलेन्द्र द्विवेदी से बात की तो ऐसा लगा कि इन जनप्रतिनिधियों को जानकारी तो सब है कि समस्या क्या है क्यों है और इसका निराकरण क्या है किन्तु अपने वोटों की चिंता और खुद को मिल रहे निज़ी लाभ के चलते वो इन लोगो पर कार्यवाही करने से बचते हैं ।
वही अगर स्थानीय विधायक और उत्तर प्रदेश की मंत्री स्वाति सिंह की बात करें तो ऐसा लगता है कि उन्हें इस बात की परवाह ही नहीं है कि उनके क्षेत्र में कोई कब्ज़ा करे अतिक्रमण करे या अवैध रूप से धंधा करे ।
इस पर स्थानीय निवासियों और वैध तरीके से अपना कारोबार कर रहे व्यपारियों का कहना है कि ज़ोन 8 में नगर निगम ने बड़ी संख्या में बंगलादेशी घुसपैठियों के आधार कार्ड बना दिये हैं उनका मतदाता पहचानपत्र बना दिया गया है और अनेक वेंडिंग ज़ोन में उन्होंने अपनी दुकानें खोल ली हैं । सड़को फुटपाथों नालों पर दुकानें लगने का कारण और अवैध वेंडरो की बढ़ती संख्या का कारण स्थानीय जनप्रतिनिधियों के साथ साथ नगर निगम को मिलने वाली घूस है जो हर महीने करोड़ो रूपये की है ।
स्थानीय लोगों का आरोप है कि उन्होंने इसकी शिकायत अनेक बार मुख्यमंत्री जन सहायता पोर्टल , नगर आयुक्त , महापौर संयुक्ता भाटिया , मंत्री स्वाति सिंह व जिला अधिकारी से भी की है लेकिन आज तक कोई भी सुनवाई इस सरकार में नहीं हुई ।