कोरोना काल से हुई त्रासदी ने अर्थव्यवस्था को झंझोर कर रख दिया है, जहा एक तरफ हज़ारों लोगो को अपनी नौकरी से हाथ धोना पड़ा वहीं व्यापार का भी हाल चाल ठीक नहीं चल रहा है।आलम यह है कि आम आदमी को अपनी रोजमर्रा की जरुरत पूरी करने के लिए काफी संघर्ष करना पड़ रहा है,कोरोना के कारण हुए लॉकडाउन पर भले ही हमारे प्रधानमंत्री जी ने लोगो को एक दूसरी की मदद करने, मानवता का परिचय देने जैसे बड़े बड़े भाषण दिए हो लेकिन वास्तविकता में माया के इस मोह ने मानवता का स्थान बहुत नीचे कर दिया है।
ऐसा ही एक मामला जबलपुर में सामने आया है जहा कोरोनाकाल की त्रासदी में पूरी फीस नहीं चुका पाने के कारण एक बच्चे को लिटिल किंगडम स्कूल प्रबंधन ने परीक्षा से वंचित कर दिया। जब यह बात बच्चे के पिता को पता चली तो वह मिन्नते करने स्कूल प्रबंधन की चौखट पर गया लेकिन वहां से भी उसे निराशा ही हाथ लगी और अंतत: प्रबंधन ने उसे स्कूल से भगा दिया। जिसके बाद पीडि़त पिता ने थाना गोहलपुर में मामले की शिकायत की है।
शैलेष श्रीवास्तव निवासी अशोक नगर अधारताल ने बताया कि उनका पुत्र मातेश श्रीवास्तव 9वीं कक्षा में लिटिल किंगडम स्कूल अधारताल का छात्र है। कोरोना काल की आर्थिक समस्याओं के चलते वह 3600 रुपए प्रतिमाह स्कूल की पूरी फीस नहीं चुका पाया। जिसके चलते प्रबंधन ने उसके बेटे को परीक्षा से वंचित कर दिया। पीडि़त ने बताया कि स्कूल से वंचित करने के बाद उनका बेटा पूरी तरह से टूट चुका है, उसे अत्यधिक आघात पहुंचा है। पुलिस ने कार्रवाई का आश्वासन दिया है।