समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता और उत्तर प्रदेश विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष रामगोविंद चौधरी ने यूपी विधानसभा के स्पीकर हृदय नारायण दीक्षित को पत्र लिखकर आजम खान और उनके परिवार की रिहाई की मांग की है। गौरतलब है की जमीनों पर कब्जा, चोरी,अवैध अतिक्रमण, किताब चोरी, वक़्फ़ की ज़मीन पर कब्जे जैसे 75 से ज्यादा मुकदमे आजम खान और उनके परिवार के ऊपर है और वो इस समय सीतापुर जेल में बंद है। स्पीकर हृदय नारायण दीक्षित को लिखे पत्र में रामगोविंद चौधरी ने आजम खान की पत्नी और रामपुर से विधायक तंजीम फातिमा के खराब स्वास्थ्य का हवाला दिया है साथ ही उन्होंने अपने पत्र में लिखा है कि रमजान और ईद को देखते हुए आजम खान और उनके पूरे परिवार को जेल से रिहा कर देना चाहिए।
पत्र में क्या लिखा राम गोविंद चौधरी ने-
हृदय नारायण दीक्षित लिखें अपने पत्र में रामगोविंद चौधरी ने लिखा है कि मोहम्मद आजम खान, उनकी पत्नी तंजीन फातिमा और उनके पुत्र अब्दुल्लाह आजम सीतापुर जेल में बंद है। तंजीन फातिमा के कूल्हे का ऑपरेशन हुआ था। हाल में ही बाथरूम में फिसल जाने से उनके हाथ की हड्डी भी टूट गई जिस पर सीतापुर अस्पताल में प्लास्टर हुआ लेकिन तंजीन फातिमा काफी तकलीफ में है और जेल में कोरोना का काफी खतरा है। रामगोविंद चौधरी ने अपने पत्र में आगे लिखा है कि इससे पहले समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भी आजम और उनके परिवार की रिहाई की मांग की थी।
ईद के चलते हो रिहाई -
आजम खान और उनके परिवार की रिहाई की तरफदारी करते समय रामगोविंद चौधरी यही नहीं रुके उन्होंने अपने पत्र में आगे लिखा है यह रमजान का महीना चल रहा है और ईद भी आने वाली है इसलिए ईद को देखते हुए आजम खान और उनके परिवार को सीतापुर जेल से रिहा कर देना चाहिए।
क्या धर्म विशेष के त्योहार के आधार पर होगी रिहाई -
राम गोविंद चौधरी के इस पत्र के बाद यह सवाल खड़ा हो गया है कि क्या किसी धर्म विशेष के त्योहार या पर्व को देखते हुए जघन्य अपराधों में जेल में बंद कैदियों को रिहा किया जा सकता है। क्या रामगोविंद चौधरी ने इससे पहले किसी भी समाजवादी पार्टी के हिंदू कार्यकर्ता को त्यौहार विशेष पर जेल से रिहा कराने के लिए कभी कोई पत्र लिखा।